अवैध नर्सिंग होम पर सीएमओ का छापा, सील किया
संवाद सहयोगी रुड़की शहर से सटे रामपुर गांव में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे नर्सिंग हा
संवाद सहयोगी, रुड़की: शहर से सटे रामपुर गांव में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे नर्सिंग होम पर गुरुवार देर शाम सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी ने टीम के साथ छापा मारा। टीम को देखकर नर्सिंग होम संचालक मौके से भाग निकला। नर्सिंग होम में डेंगू, किडनी रोग से पीड़ित एवं अन्य कई बीमारियों से ग्रसित मरीज भर्ती मिले हैं। सीएमओ ने भर्ती मरीजों को सिविल अस्पताल में भेजने की बात कही तो ग्रामीण भड़क उठे। उन्होंने टीम को घेर लिया। सूचना पाकर कोतवाली से बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। टीम ने नर्सिंग होम को सील कर दिया है। कुछ मरीजों को सिविल अस्पताल में तो, कुछ को परिजन अन्य अस्पतालों ले गए हैं।
गुरुवार की शाम सीएमओ हरिद्वार डॉ. सरोज नैथानी को सूचना मिली कि रामपुर गांव में हाईवे पर एक अवैध नर्सिंग होम संचालित किया जा रहा है। यहां पर गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगियों का उपचार अप्रशिक्षित लोगों द्वारा किया जा रहा है। इस पर सीएमओ ने आसपास के डॉक्टरों को बुला लिया। साथ ही गंगनहर कोतवाली पुलिस को भी इस संबंध में सूचना दी। इसके बाद टीम ने नर्सिंग होम पर छापा मारा तो नर्सिंग होम का संचालक मौके से भाग निकला। इसके बाद सीएमओ नर्सिंग होम में पहुंची तो वहां कई वार्ड बनाए हुए थे। जिसमें डेंगू, किडनी रोग, मलेरिया एवं हार्ट आदि के मरीज भर्ती थे। सीएमओ ने सभी को सिविल अस्पताल में ले जाने को कहा। इसी बीच कुछ ग्रामीण और मरीजों के तीमारदारों ने टीम को घेर लिया। जमकर नोक-झोंक होने लगी। तब तक सिविल अस्पताल से कई एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। मरीजों को एंबुलेंस में डाला जाने लगा। तो ग्रामीण एंबुलेंस के आगे ही खड़े हो गए। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए मामले को शांत कराया। कुछ मरीजों को तो सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नर्सिंग होम को सील कर दिया है।
इस मौके पर सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल, नगर निगम के वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रांत सिरोही, कोतवाली रुड़की प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह एवं गंगनहर कोतवाली के एसएसआई देवराज शर्मा आदि मौजूद रहे।
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टीम ने जब्त किये रजिस्टर एवं कागजात
रुड़की: टीम ने नर्सिंग होम से कई रजिस्टर एवं पर्चे आदि बरामद किए हैं। सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि इस संबंध में जांच पड़ताल की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में कोई भी नर्सिंग होम अवैध रूप से संचालित नहीं होगा।
---------- सरकारी अस्पताल में नहीं मिलता उपचार
रुड़की: जिस समय टीम ने नर्सिंग होम पर कार्रवाई की उसी दौरान ग्रामीणों ने टीम को घेर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सिविल अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में मरीजों को अच्छा उपचार नहीं मिलता। जिस वजह से निजी अस्पतालों का रूख करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि सरकारी अस्पतालों में बेहतर उपचार मिले तो कोई भी यहां पर उपचार के लिए नहीं आएगा। सरकारी अस्पताल में फिजिशियन तक नहीं है। कई दवाएं अस्पताल में नहीं है। पिछले पांच माह से रेबीज का इंजेक्शन तक नहीं है। इस पर सीएमओ ने समझाते हुए कहा कि ऐसे अवैध नर्सिंग होम मरीजों की जान के लिए खतरनाक है। सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। काफी देर तक हंगामा होता रहा। जिसके चलते दिल्ली-देहरादून हाइवे पर जाम की स्थिति बनी रही।