इकबालपुर मिल के पेराई सत्र पर संशय के बादल
जागरण संवाददाता रुड़की लक्सर चीनी मिल चार नवंबर को पेराई सत्र की शुरुआत कर देगी। लिब्बर
जागरण संवाददाता, रुड़की: लक्सर चीनी मिल चार नवंबर को पेराई सत्र की शुरुआत कर देगी। लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने दस नवंबर को पेराई सत्र शुरू करने का एलान किया है, लेकिन इकबालपुर चीनी मिल के पेराई सत्र को लेकर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। किसानों ने तो इस बार चीनी मिल को गन्ना देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। वहीं मिल प्रबंधन ऋण मिलने के बाद ही पेराई सत्र शुरू करने की बात कह रहा है।
इस समय किसानों को गन्ने की कटाई कर गेहूं की बुआई करनी है। नवंबर के पहले सप्ताह से लेकर दिसंबर के पहले सप्ताह तक गेहूं की बुआई की जाती है। जिले में अधिकांश किसान गन्ने की कटाई करने के बाद ही गेहूं की बुआई करते हैं। किसान बेसब्री के साथ चीनी मिल के चलने का इंतजार कर रहे हैं। लक्सर चीनी मिल सोमवार को चालू हो जाएगी। जबकि लिब्बरहेड़ी चीनी मिल दस नवंबर को पेराई सत्र की शुरुआत कर देगी। वहीं इकबालपुर के पेराई सत्र पर संशय के बादल बने हुए हैं। इकबालपुर चीनी मिल क्षेत्र के 34 गांव के किसानों ने तो गन्ना विभाग को अपना प्रस्ताव कर दे दिया है कि वह इकबालपुर चीनी मिल को गन्ने की आपूर्ति नहीं करेंगे। विभाग दूसरे मिलों के क्रय केंद्र को स्थापित करें। वहीं मिल प्रबंधन का कहना है कि बैंक से ऋण मिलने के बाद ही पेराई सत्र को लेकर कुछ कहा जा सकता है। जबकि ऋण का मामला पिछले आठ माह से अटका हुआ है। गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि विभाग की ओर से पेराई सत्र शुरू करने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।