पति ने तीन तलाक कह घर से निकाला, पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद
पति ने तीन तलाक कहकर महिला को घर से निकाल दिया। जब महिला पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस भी उसे टालने में लगी रही।
हरिद्वार, [जेएनएन]: तीन तलाक को लेकर केंद्र और राज्य सरकार चाहे कितनी भी गंभीर हों पर, हरिद्वार पुलिस इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रही। तीन तलाक की पीड़िता का मुकदमा तक दर्ज न करना इसका नमूना है।
ज्वालापुर के मोहल्ला कस्साबान निवासी सलमा का छह साल पहले रामपुर चुंगी, रुड़की निवासी अरशद के साथ विवाह हुआ था। उसका एक बेटा भी है। पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। पति अरशद ने एक अक्टूबर को पत्नी सलमा के साथ मारपीट की और फिर तीन बार तलाक कहकर उसे घर से निकाल दिया था।
मायके पहुंचने के बाद सलमा ने पति के खिलाफ कार्रवाई को ज्वालापुर पुलिस को तहरीर दी। उसने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की गुहार भी लगाई। जिसके बाद पुलिस ने सलमा को महिला हेल्प लाइन भेज दिया। महिला हेल्प लाइन ने तीन तलाक की बात सुनने के बाद हाथ खड़े कर दिए और सलमा को पुलिस के पास ही जाने की सलाह दी। पुलिस और महिला हेल्प लाइन उसे टरका रहे हैं।
पीड़िता पिछले चार दिन से पुलिस और महिला हेल्पलाइन के चक्कर लगा रही है पर पुलिस मुकदमा दर्ज करने को तैयार नहीं। कोतवाल चन्द्रभान सिंह ने बताया कि अभी प्रार्थना पत्र पर जांच चल रही है, जांच पूरी होने के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
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