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बिन शिक्षकों के कैसे होंगे प्रवेश, कैसे पढ़ेंगे बच्चे

नगर क्षेत्र के तीन राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश और बिना शिक्षक पढ़ाई को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। इन तीनों विद्यालयों के लिए जिन तीन शिक्षकों को तैनाती दी गई थी उस आदेश को निरस्त कर दिया गया है। तीनों शिक्षकों को वापस उनके मूल विद्यालयों को भेज दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 08:28 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 08:28 PM (IST)
बिन शिक्षकों के कैसे होंगे प्रवेश, कैसे पढ़ेंगे बच्चे
बिन शिक्षकों के कैसे होंगे प्रवेश, कैसे पढ़ेंगे बच्चे

संवाद सहयोगी, रुड़की: नगर क्षेत्र के तीन राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश और बिना शिक्षक पढ़ाई को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। इन तीनों विद्यालयों के लिए जिन तीन शिक्षकों को तैनाती दी गई थी, उस आदेश को निरस्त कर दिया गया है। तीनों शिक्षकों को वापस उनके मूल विद्यालयों को भेज दिया गया है।

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नगर निगम क्षेत्र में स्थित तीन राजकीय प्राथमिक विद्यालय पिछले चार साल से बंद पड़े हैं। कोरोना के चलते अनेक व्यक्तियों की आर्थिक स्थिति पहले जैसी नहीं रही है। उनके कामकाज पर इसका व्यापक असर पड़ा है। इसको देखते हुए बच्चों की फीस वहन करना मुश्किल हो रहा है। इसी के चलते नगर निगम के महापौर गौरव गोयल ने तीनों विद्यालयों को शुरू करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा था। जिला शिक्षा अधिकारी विद्या शंकर चतुर्वेदी ने पत्र का संज्ञान लेते हुए तीनों विद्यालयों को शुरू करने के लिए उप शिक्षा अधिकारी रुड़की को निर्देशित किया था। जिसके चलते उप शिक्षा अधिकारी सुबोध मलिक ने मेहवड कला प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक कृष्णगोपाल आचार्य, राजकीय प्राथमिक विद्यालय हथियाथल के सहायक अध्यापक राजीव कुमार शर्मा व राजकीय प्राथमिक विद्यालय पनियाला प्रथम की सहायक अध्यापक सरस्वती पुंडीर को विद्यालय नंबर 13, छह और सात में भेजा गया था, ताकि यह शिक्षक विद्यालय में प्रवेश शुरू कराकर बच्चों की पढ़ाई शुरू करा सकें। अभी विद्यालयों में प्रवेश शुरू भी नहीं हो पाए थे कि उप शिक्षा अधिकारी रुड़की सुबोध मलिक ने अपने आदेश को स्वयं ही निरस्त कर तीनों शिक्षकों को उनके मूल विद्यालयों में वापस भेज दिया है। शिक्षकों के न होने के चलते इन विद्यालयों का शुरू होना संभव नहीं है। बिना शिक्षक विद्यालयों में प्रवेश नहीं हो पाएंगे। हालांकि बताया जा रहा है कि जल्द ही किसी अन्य विद्यालयों से यहां दोबारा शिक्षकों को भेजा जाएगा। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी विद्या शंकर चतुर्वेदी ने उप शिक्षा अधिकारी सुबोध मलिक से उप शिक्षा अधिकारी रुड़की का चार्ज वापस ले लिया है। उन्हें उनके मूल विद्यालय राजकीय इंटर कालेज इमलीखेड़ा भेज दिया गया है। फिलहाल उप शिक्षा अधिकारी भगवानपुर को उप शिक्षा अधिकारी कुंदन सिंह को दे दिया है।


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