गृहमंत्री अमित शाह ने किया पतंजलि विश्वविद्यालय का भ्रमण, बोले- बाबा रामदेव ने वैदिक शिक्षा को किया पुनर्जीवित
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव ने वैदिक शिक्षा को पुनर्जीवित करने का काम किया है। पतंजलि में नवदीक्षित संन्यासियों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां आकर उन्हें सदैव नई ऊर्जा नई चेतना और नई आशा मिलती है।
हरिद्वार, जागरण संवाददाता: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव ने वैदिक शिक्षा को पुनर्जीवित करने का काम किया है। पतंजलि में नवदीक्षित संन्यासियों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां आकर उन्हें सदैव नई ऊर्जा, नई चेतना और नई आशा मिलती है। आने वाले दिनों में पतंजलि परिवार कई क्षेत्रों में देश का पुनरुद्धार करेगा। इससे पूर्व उन्होंने पतंजलि विश्वविद्यालय के नवीन परिसर का लोकार्पण भी किया। शिलापट के अनावरण के बाद उन्होंने पतंजलि विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। ऋषिग्राम में नौ दिनों से चल रहे चतुर्वेदीय महापारायण यज्ञ में पूर्णाहूति दी।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि योग, आयुर्वेद और स्वदेशी के क्षेत्र में बाबा रामदेव ने पिछले 25 वर्ष में अभूतपूर्व योगदान दिया है। योग आयुर्वेद और स्वदेशी के आंदोलन के साथ-साथ बाबा ने अब शिक्षा पर भी ध्यान दिया है। भारतीय शिक्षा बोर्ड, पतंजलि गुरुकुलम, आचार्यकुलम, पतंजलि विश्वविद्यालय और पतंजलि आयुर्वेद कालेज के माध्यम से मूल भारतीय परंपरा से हमारे चिर पुरातन ज्ञान को नई ऊर्जा मिलने जा रही है। जल्द ही योगगुरु का एक लाख विद्यार्थियों वाली पतंजलि ग्लोबल यूनिवर्सिटी और पतंजलि ग्लोबल गुरुकुलम का सपना पूरा होगा।
उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव को देखता हूं तो इनमें आयुर्वेद और योग को पुनर्स्थापना करने वाला एक योगी, मल्टी नेशनल कंपनी के खिलाफ लड़ने वाला स्वदेशी का पुरोधा, विदेशों में योग का एंबेसडर, काले धन के खिलाफ संघर्ष करने वाला एक संन्यासी और शिक्षा का संपूर्ण स्वदेशीकरण करने वाला एक संकल्पवान शिक्षाविद् दिखता है।
आचार्य बालकृष्ण की तारीफ करते उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में 500 से अधिक रिसर्च पेपर प्रकाशित करना बहुत बड़ी बात है। उनके नेतृत्व में पतंजलि संस्थान के वैज्ञानिकों की ओर से निर्मित मृदा परीक्षण मशीन ‘धरती का डाक्टर’ का अवलोकन किया, जिससे सभी 12 तरह के मापदंड बेहद कम खर्च में किए जा सकते हैं।
शिक्षा के स्वदेशीकरण का कार्य: रामदेव
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि हम भारतीय शिक्षा बोर्ड तथा पंतजलि विश्वविद्यालय के माध्यम से शिक्षा के स्वदेशीकरण का कार्य करने जा रहे हैं। राम मंदिर के प्रति आमजन का सपना था कि उनकी आंखों के सामने यह ऐतिहासिक कार्य हो जाए। राम मंदिर की स्थापना और धारा 370 खत्म कर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने देश को सौगात दी है।
पतंजलि के माध्यम से नित नए अनुसंधान: आचार्य बालकृष्ण
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि योगपीठ के सभागार में सनातन वैदिक संस्कृति की जो धारा पिछले नवरात्र के पावन दिनों से शुरू हुई थी, आज वह नए स्वरूप में पूरे विश्व के सम्मुख उपस्थित है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में पतंजलि के माध्यम से नित नए अनुसंधान हो रहे हैं। जैविक कृषि के क्षेत्र में पतंजलि ने 19 से ज्यादा राज्यों में लगभग एक लाख से ज्यादा किसानों को जैविक कृषि से जोड़ा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संत परंपरा हमेशा से ही एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने का माध्यम रही है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, सांसद रमेश पोखरियाल ‘निशंक', भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी सिंह, पतंजलि योग समिति के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।