Move to Jagran APP

विस्फोट के ढे़र पर बैठी लाखों की आबादी

संवाद सूत्र, मंगलौर: शहर और देहात की लाखों की आबादी विस्फोट के ढेर पर बैठी है। बिना

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 03:01 AM (IST)
विस्फोट के ढे़र पर बैठी लाखों की आबादी
विस्फोट के ढे़र पर बैठी लाखों की आबादी

संवाद सूत्र, मंगलौर: शहर और देहात की लाखों की आबादी विस्फोट के ढेर पर बैठी है। बिना जांच पड़ताल के ही कबाड़ी स्क्रैप में इस तरह का माल खरीद रहे हैं, जिससे कई बार विस्फोट हो चुके हैं। इस हादसे के बाद पुलिस को भी यह आशंका है कि अन्य कबाड़ियों की दुकानों में इस तरह का माल हो सकता है। जिसे देखते हुए एसएसपी ने कबाड़ियों की दुकान और गोदाम की जांच के निर्देश दिए हैं।

loksabha election banner

कई ऐसे कबाड़ी हैं जो कि लोहा और पीतल की धातु खरीदते समय उसकी जांच नहीं करते। किसी भी तरह की बमनुमा या अन्य संदिग्ध वस्तु स्क्रैप में आने के बाद भी डर के चलते कबाड़ी पुलिस को इसकी सूचना नहीं देते। इन्हें डर रहता है कि पुलिस कई सवाल-जवाब करेगी। रुड़की और आसपास के जंगल के अलावा कलियर गंगनहर में रॉकेटनुमा बम बरामद हो चुके हैं। कई बार यह चीज लोगों के हाथ लग जाती हैं और वह कबाड़ी को बेच देते हैं। इस तरह से कबाड़ियों के गोदाम में विस्फोटक वस्तु पहुंच रही है। इससे पहले रामपुर चुंगी के पास आठ साल पहले कबाड़ी की दुकान में बमनुमा बेलन तोड़ते समय विस्फोट हुआ था। दो साल पहले मंगलौर के लंढौरा रोड पर कबाड़ी की दुकान में इस तरह के विस्फोट में तीन घायल हुए थे। ढाई साल पहले मुंडलाना रोड पर भी एक वस्तु को तोड़ते समय गैस लीकेज होने से लोग बेहोश हो गए थे। एसएसपी रिद्धिम अग्रवाल ने सीओ मंगलौर को कबाड़ियों के गोदामों की जांच के निर्देश दिए हैं।

---------------

आबादी में बना दिए पटाखों के गोदाम

रुड़की: दीपावली को लेकर कई पटाखा कारोबारियों ने आबादी में पटाखा के गोदाम बना रखे हैं। जिसकी खबर पुलिस और प्रशासन को नहीं है। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पूर्व में भी पुलिस कई जगहों से आबादी में चल रहे पटाखों के गोदाम पकड़ चुकी है।

----------------

स्कूल की छुट्टी होने से टला हादसा

मंगलौर: विस्फोट से आसपास के लोग दहल गए थे। मौके पर जो मंजर देखा उसे देख कर सभी सहम गए थे। गनीमत यह रही कि पास में ही स्थित सरकारी स्कूल की छुट्टी थी अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.