Haridwar में धर्म सेंसर बोर्ड का गठन, धर्म का उपहास उड़ाने वाली फिल्म, वेब सीरिज व धारावाहिकों की करेगा समीक्षा
Haridwar News धर्म संसद बोर्ड का काम फिल्म सेंसर बोर्ड के कार्यों में सहयोग करना है। स्वामी अवि मुक्तेश्वरानंद को धर्म सेंसर बोर्ड का संरक्षक बनाया गया है। 15 जनवरी को दिल्ली में धर्म सेंसर कार्यालय की शुरुआत की जाएगी।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: Dharma Censor Board: फिल्म, टीवी सीरियल और वेब सीरिज के माध्यम से धर्म का उपहास उड़ाने, उसे गलत अर्थों में प्रस्तुत करने को लेकर स्वामी अवि मुक्तेश्वरानंद के नेतृत्व में धर्म सेंसर बोर्ड का गठन किया गया। इसे 'धर्म-शोधन-सेवालय' का नाम दिया है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि 15 जनवरी को दिल्ली में धर्म सेंसर कार्यालय की शुरुआत की जाएगी। साथ ही 19 जनवरी को प्रयागराज के माघ मेले में धर्म सेंसर बोर्ड की गाइडलाइन जारी की जाएगी। बोर्ड में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हस्तियों को शामिल किया गया है।
फिल्म सेंसर बोर्ड को चुनौती देने के आरोपों से इन्कार
शनिवार सुबह कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने धर्म सेंसर बोर्ड के जरिये फिल्म सेंसर बोर्ड को चुनौती देने के आरोपों से इन्कार किया।
उन्होंने कहा कि धर्म संसद बोर्ड का काम फिल्म सेंसर बोर्ड के कार्यों में सहयोग करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि धर्म सेंसर बोर्ड केवल सनातन संस्कृति के ही मामलों को नहीं, बल्कि अन्य धार्मिक मामलों में भी अपनी सलाह सेंसर बोर्ड को देगा।
उन्होंने कहा कि धर्म-शोधन-सेवालय का केंद्रीय कार्यालय दिल्ली एनसीआर और राज्य स्तरीय कार्यालय देश के सभी प्रदेशों में होगा। कहा कि फिल्म सेंसर बोर्ड अपनी भूमिका सही तरह से निभाने में असफल रहा है।
स्वामी अवि मुक्तेश्वरानंद को धर्म सेंसर बोर्ड के संरक्षक
स्वामी अवि मुक्तेश्वरानंद ने बताया कि यह बोर्ड स्कूल में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम, नाटक, विविध धार्मिक लीलाओं के मंचन, देश के संत समाज, धार्मिक संस्थानों, धार्मिक पुस्तकों, धर्म पर दिए जाने वाले वक्तव्य व भाषणों पर निगरानी रखेगा और उनकी भी समीक्षा करेगा।
स्वामी अवि मुक्तेश्वरानंद को धर्म सेंसर बोर्ड का संरक्षक बनाया गया है। सुरेश मनचंदा को मीडिया प्रमुख बनाया गया है। सदस्य के तौर पर उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता डा. पीएन मिश्र, सनातन धर्म प्रवक्ता स्वामी चक्रपाणि, साहित्यकार डा. नीरजा माधव, अभिनेत्री मानसी पांडेय, उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष तरुण राठी, समाजसेवी कैप्टन अरविंद सिंह भदौरिया, संस्कृत विद्वान प्रीति शुक्ला, सनातन धर्म विशेषज्ञ डा. गार्गी पंडित, इतिहासकार व पूर्व निदेशक आर्कोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया डा. धर्मवीर को बनाया गया है।