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हल्द्वानी,, निर्मल संप्रदाय के संत दे रहे राष्ट्र कल्याण में योगदान

संवाद सहयोगी हरिद्वार श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में गुरुनानक देव का ज्योति ज्योत पर्व श्रद्धापूर्वक

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Sep 2020 09:01 PM (IST)Updated: Mon, 07 Sep 2020 09:01 PM (IST)
हल्द्वानी,, निर्मल संप्रदाय के संत दे रहे राष्ट्र कल्याण में योगदान
हल्द्वानी,, निर्मल संप्रदाय के संत दे रहे राष्ट्र कल्याण में योगदान

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में गुरुनानक देव का ज्योति ज्योत पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस मौके पर श्रद्धालु संगत को संबोधित करते हुए अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि गुरुनानक देव ने देश दुनिया का भ्रमण कर अंधविश्वास और आडंबरों का विरोध कर समाज का मार्गदर्शन किया और समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया।

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महाराज ने कहा कि गुरुनानक देव ने समाज से जातपात का भेदभाव समाप्त करते हुए सभी को समान दृष्टि से देखने की दिशा में कदम उठाते हुए लंगर प्रथा की शुरुआत की। जिससे सेवा और भक्ति भाव का संदेश संपूर्ण विश्व में संचारित हुआ। गुरुनानक देव की वाणी, शांति, ज्ञान और वैराग्य से ओतप्रोत है। उन्हीं के बताए मार्ग पर चलकर निर्मल संप्रदाय के संत महापुरुष राष्ट्र कल्याण में अपना योगदान प्रदान कर रहे हैं। अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री व निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविदर सिंह महाराज ने कहा कि गुरुनानक देव एक अवतारी महापुरुष थे। उनके आदर्शों का अनुसरण करते हुए संत समाज मानव सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते हुए भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए समर्पित हैं। ऐसे महापुरुषों को संत समाज सदैव नमन करता है। महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी व स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि महापुरुषों ने समाज को सदैव नई दिशा-प्रदान की है। गुरुनानक देव संपूर्ण मानवता के संरक्षक थे। जिन्होंने अपने उपदेशों के माध्यम से समाज को परिवर्तित किया। उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। गुरुनानक देव समाज के सच्चे चितक व संरक्षक थे। इस दौरान अरदास व शबद कीर्तन भी किया गया। महंत अमनदीप सिंह, महंत लक्ष्मण सिंह शास्त्री, महंत राजिद्र सिंह, महंत ज्ञान सिंह, महंत गुरूभक्त सिंह, पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, महंत देवानंद सरस्वती आदि इस मौके पर मौजूद रहे।


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