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शिक्षानगरी में पढ़े-लिखे बन रहे बेवकूफ

जागरण संवाददाता रुड़की शिक्षानगरी में अब पढ़े-लिखे और नौकरीपेशा लोग ही ठगी का शिका

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Jun 2019 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 06:31 AM (IST)
शिक्षानगरी में पढ़े-लिखे बन रहे बेवकूफ
शिक्षानगरी में पढ़े-लिखे बन रहे बेवकूफ

जागरण संवाददाता, रुड़की: शिक्षानगरी में अब पढ़े-लिखे और नौकरीपेशा लोग ही ठगी का शिकार हो रहे हैं। थोड़े से लालच और बेवकूफी के चलते लोग लाखों की रकम गंवा रहे हैं। ठगी का शिकार होने वालों में प्रोफेसर से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, सैन्यकर्मी और कारोबारी शामिल हैं। ठगों के नेटवर्क को तोड़ पाना पुलिस के लिए भी चुनौती है। जमीन के नाम पर तो आइआइटी के प्रोफेसर से भी ठगी की घटनाएं हो चुकी हैं।

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शिक्षानगरी में ठग गिरोह ने पूरी तरह पैर पसार लिए हैं। आए दिन शहर में ठगी की घटनाएं हो रही हैं। ठग गिरोह अब अनपढ़ व्यक्ति के बजाय, पढ़े-लिखे और नौकरीपेशा लोगों को आसानी से झांसा दे रहे हैं। इंजीनियर से लेकर, डॉक्टर, शिक्षक, छात्र, सेना के लोगों से भी ठगी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। ठग गिरोह इतना शातिर है कि डेढ़ साल पहले आइआइटी के प्रोफेसर से जमीन के नाम पर लाखों रुपये की ठगी हुई थी। डेढ़ साल पहले ही शहर के एक डॉक्टर के खाते से ठगों ने साढ़े तीन लाख की रकम साफ कर दी थी। इसके अलावा, सैन्यकर्मियों को एटीएम ब्लॉक होने का झांसा देकर कई बार ठगी हो चुकी है। यह ठगी कभी लालच देकर तो कभी डर दिखाकर की जा रही है। ठग गिरोह लोगों को झांसा देने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं, जिसमें पढ़ा-लिखा आदमी भी आसानी से फंस जाता है। पुलिस भी न तो ठग गिरोह पर शिकंजा कस पा रही है और न ही लोगों को ठगी के प्रति जागरूक करने में सफल हो रही है।

केस एक: पुरानी तहसील निवासी प्रॉपर्टी डीलर से जमीन के नाम पर 35 लाख रुपये की ठगी की गई।

केस दो: रोडवेज में विभिन्न पदों पर भर्ती कराने के नाम पर 12 युवकों से 12 लाख रुपये की ठगी की गई।

केस तीन: डेढ़ साल पहले रुड़की में सोने की ईंट बेचने के नाम पर राजस्थान के लोगों ने एक कारोबारी से पांच लाख की ठगी की थी

केस चार: जहरीली शराब के मामले में आरोपित को जेल से छ़ुड़ाने के नाम पर छह लाख रुपये की ठगी की गई।

ठगी से ऐसे करें बचाव

-सस्ती जमीन के लालच में न आएं।

-जमीन का दाखिल खारिज देख कर तसल्ली करें।

-किसी अनजान व्यक्ति के बहकावे मे न आएं।

-किसी को अपने एटीएम कार्ड का नंबर न बताएं।

-रकम निकालते समय एटीएम में किसी अन्य को न आने दें।

-एटीएम से रुपये निकालते समय किसी की मदद न लें।

-मोबाइल पर अनजान व्यक्ति से किसी तरह की जानकारी साझा करने से बचें।

-नौकरी लगवाने का झांसा देने वाले व्यक्ति से दूर रहें।

-ओएलएक्स पर सामान खरीदने के लिए एडवांस में रकम न दें।

लोगों को लालच और किसी तरह के झांसे में नहीं आना चाहिए। शक होने पर पुलिस को तुरंत सूचना दे। लोगों की जागरूकता ही ठगी से बचाव है। ठगी की घटना रोकने और ठगों पर अंकुश लगाने के लिए लोग पुलिस का सहयोग करें।

नवनीत सिंह, एसपी देहात रुड़की


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