अस्पताल में मिली खामियां, दुरुस्त करने के निर्देश
जागरण संवाददाता रुड़की सिविल अस्पताल में शुक्रवार को कायाकल्प और डब्ल्यूएचओ की टीम ने
जागरण संवाददाता, रुड़की : सिविल अस्पताल में शुक्रवार को कायाकल्प और डब्ल्यूएचओ की टीम ने निरीक्षण किया। इस दौरान कायाकल्प की टीम को अस्पताल में कई खामियां मिली। वहीं डब्ल्यूएचओ की टीम ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के और बेहतर संचालन के लिए काउंसलर्स का मार्गदर्शन किया।
शुक्रवार को कायाकल्प और डब्ल्यूएचओ की टीम के निरीक्षण को लेकर सिविल अस्पताल के चिकित्सक और स्टाफ अलर्ट दिखाई दिया। सारा स्टाफ फुल यूनिफॉर्म में नजर आया। वहीं अन्य दिनों की अपेक्षा सफाई व्यवस्था भी बेहतर दिखाई दी। अस्पताल में शुक्रवार को कायाकल्प की दो सदस्यीय टीम पहुंची। टीम में डॉ. नीतू तोमर एवं कनिष्क काला शामिल रहे। उन्होंने अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर, ब्लड बैंक, ओपीडी, प्रयोगशाला, वार्ड्स, ओटी आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम को ट्रॉमा सेंटर में बिजली की वायर बाहर होने, मेडिकल वेस्ट का निस्तारण ठीक से नहीं होने, कहीं पर बोर्ड नहीं लगा होने समेत कुछ अन्य खामियां मिली। जिन्हें टीम ने अस्पताल के स्टाफ को दुरुस्त करने के लिए कहा। वहीं दूसरी ओर डब्ल्यूएचओ से डॉ. अलका बरुआ और टीम में शामिल डॉ. प्रियंका रानी गर्ग एवं मोहन पंत भी निरीक्षण के लिए अस्पताल पहुंचे। टीम ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत शहर और आसपास के क्षेत्रों के काउंसलर्स के साथ बैठक की। उन्होंने काउंसलर्स को इस कार्यक्रम के तहत संचालित योजनाओं का लाभ किशोर-किशोरियों को अधिकाधिक संख्या में पहुंचाने की बात कही। इस दौरान टीम ने काउंसलर्स की समस्याएं भी जानी और उनके समाधान का आश्वासन भी दिया। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि शुक्रवार को दो अलग-अलग टीमों ने अस्पताल का निरीक्षण किया। इनमें कायाकल्प और डब्ल्यूएचओ की टीम शामिल रही।