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किसानों को मनाने में कामयाब रहा प्रशासन, आंदोलन स्थगित

एसपी देहात ने झबरेड़ा एसओ को मिल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए सके बाद किसानों ने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 05:43 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 05:43 PM (IST)
किसानों को मनाने में कामयाब रहा प्रशासन, आंदोलन स्थगित
किसानों को मनाने में कामयाब रहा प्रशासन, आंदोलन स्थगित

झबरेड़ा, जेएनएन। इकबालपुर चीनी मिल के गन्ने का भुगतान न करने से नाराज किसानों ने शनिवार को इकबालपुर चीनी मिल गेट पर धरना शुरू कर दिया। किसानों ने एलान किया कि या तो भुगतान किया जाए या फिर मिल मालिक के खिलाफ कार्रवाई करें। एसडीएम के धरना स्थल पर खाली हाथ पहुंचने पर किसान भड़क उठे। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपने वायदे पर खरा नहीं उतरा है। इस पर एसडीएम ने चार दिन का और समय मांगा। वहीं, एसपी देहात ने झबरेड़ा एसओ को मिल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके बाद किसानों ने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया। 

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इकबालपुर चीनी मिल पर किसानों का 258 करोड़ रुपये का बकाया है। चीनी मिल प्रबंधन किसानों के बकाया का भुगतान नहीं दे रहा है। इसको लेकर रोष है। शनिवार को किसानों ने चीनी मिल गेट पर सल्फास खाकर जान देने का एलान किया था। सुबह से ही चीनी मिल गेट पर किसान जुटना शुरू हो गए। यहां पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष पदम सिंह भाटी ने कहा कि इकबालपुर चीनी मिल लगातार किसानों का शोषण कर रही है। प्रशासन और सरकार किसानों की बात सुनने के बजाए चीनी मिल मालिक को बचाने का काम कर रहे हैं। 

किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार ङ्क्षसह ने कहा किसान का दो-दो साल का बकाया भुगतान है। बावजूद इसके प्रशासन इस इस ओर चुप्पी साधे है। ऐसे में किसान के सामने सड़क पर उतरने और आत्महत्या करने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं बचा है। ऊर्जा निगम और या फिर तहसील प्रशासन किसान को सामाजिक रूप से अपमानित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। 

इसी बीच उपजिलाधिकारी संतोष कुमार पांडे किसानों के बीच पहुंचे। किसानों ने वायदे के मुताबिक ड्राफ्ट दिखाने को कहा लेकिन एसडीएम ने बताया कि तहसीलदार के छुट्टी होने के चलते अभी ड्राफ्ट तैयार नहीं है। इसके बाद किसान भड़क उठे। बाद में एसपी देहात नवनीत सिंह ने किसी तरह से किसानों को शांत किया। किसानों की मांग पर उन्होंने एसओ झबरेड़ा को मिल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। धर्मपुर के किसान रामपाल सिंह ने इस संबंध में पुलिस को तहरीर दी है। इसके बाद किसानों ने धरने को समाप्त कर दिया। इस मौके पर पहल सिंह, उदय त्यागी, निरंकार त्यागी, अखलाक अहमद, डॉ. अनिल, अखलाक अहमद आदि किसान मौजूद रहे। 

पुलिस ने मिल की मालकिन समेत चार पर दर्ज किया मुकदमा 

पुलिस ने किसान नेता रामपाल सिंह की तहरीर पर इकबालपुर चीनी मिल की मालकिन अंजली साहनी, श्रेया साहनी, चीनी मिल के प्रबंधक अखिलेश मिश्रा और पंकज गोयल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एसपी देहात नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने और उसके साथ हजारों किसानों ने इकबालपुर चीनी मिल को गन्ने का भुगतान इस शर्त पर किया था कि 15 दिन में गन्ने का भुगतान हो जाएगा लेकिन दो साल से किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं हो पाया है।

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जब वह मिल में भुगतान के लिए जाते हैं तो उनके साथ गाली-गलौज और अभद्रता की जाती है। कई बार वह शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कई किसानों के बच्चों के नाम केवल स्कूल से इसलिए काट दिए गए है कि वह बच्चों की फीस जमा नहीं कर पा रहे है। किसानों की परेशानी के लिए इकबालपुर चीनी मिल ही पूरी तरह से जिम्मेदार है। 

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