Move to Jagran APP

- प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता विफल, आत्महत्या पर अड़े किसान

जागरण संवाददाता, रुड़की: आत्महत्या की जिद पर अड़े किसानों को मनाने केआत्महत्या की जिद पर अड़े किसानों को मनाने के लिए प्रशासन ने गुरुवार को उनके साथ वार्ता की। वार्ता के दौरान सहमति नहीं बन पाई। वहीं किसान आत्महत्या की जिद पर अड़े रहे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 08:30 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 08:30 PM (IST)
-  प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता विफल, आत्महत्या पर अड़े किसान
- प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता विफल, आत्महत्या पर अड़े किसान

जागरण संवाददाता, रुड़की: आत्महत्या की जिद पर अड़े किसानों को मनाने के लिए प्रशासन ने गुरुवार को उनके साथ वार्ता की। वार्ता के दौरान सहमति नहीं बन पाई। वहीं किसान आत्महत्या की जिद पर अड़े रहे।

loksabha election banner

रुड़की-देवबंद रेल लाइन के लिए सरकार की ओर से भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसे लेकर नौ माह से किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि सरकार की ओर से जो मुआवजा दिया गया है, वह बेहद कम हैं। इसके अलावा सरकार की ओर से प्रभावित किसानों के परिवार के एक-एक सदस्य को योग्यता के अनुसार नौकरी देने की बात भी कही थी, लेकिन किसानों को नौकरी नहीं दी गई है। इस पर किसानों ने 26 जनवरी को आत्महत्या की चेतावनी दी थी। गुरुवार को अपर उप जिलाधिकारी रविंद्र ¨सह बिष्ट ने किसानों के साथ वार्ता की। किसानों को समझाया गया, लेकिन किसानों का कहना था कि वो अपनी मांग पर अडिग हैं और यदि 25 जनवरी तक उनकी मांग नहीं मानी जाती तो किसान आत्महत्या करेंगे। इस मौके पर भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री, किरणपाल, कुलदीप सैनी, अरशद, लालू ¨सह, महबूब आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.