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नकली दवा बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस निरस्त

संवाद सहयोगी रुड़की नकली दवा बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस औषधि नियंत्रण विभाग ने निरस्त कर

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 11:00 PM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2020 11:00 PM (IST)
नकली दवा बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस निरस्त
नकली दवा बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस निरस्त

संवाद सहयोगी, रुड़की: नकली दवा बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस औषधि नियंत्रण विभाग ने निरस्त कर दिया है। वहीं नकली दवा के कारोबार में लिप्त कुछ अन्य व्यक्तियों को भी चिह्नित किया जा रहा है। उनके विरुद्ध विभाग जल्द ही कड़ी कार्रवाई कर सकता है।

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औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने 22 अगस्त को मेहवड़ स्थित वीआर फार्मा नाम की एक दवा कंपनी पर छापा मारा था। छापे के दौरान औषधि नियंत्रण विभाग और पुलिस टीम ने भारी मात्रा में नकली दवा बरामद की थी। पुलिस ने मौके से कंपनी संचालक प्रवीण त्यागी व कपिल त्यागी को गिरफ्तार किया था। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि कंपनी का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति कर ड्रग कंट्रोलर देहरादून को रिपोर्ट भेजी थी। ड्रग कंट्रोलर ने वीआर फार्मा दवा कंपनी का लाइसेंस निरस्त कर दिया है। उन्होंने बताया कि दवा कंपनी से लिए गए सैंपल को जांच के लिए लैब भेजा जा चुका है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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पहले भी दवा कंपनी का लाइसेंस हो चुका है निरस्त

रुड़की: नकली दवा कंपनी का संचालक प्रवीण त्यागी बेहद शातिर है। वीआर फार्म से पहले उसकी एक और दवा कंपनी थी। पिछले साल केंद्र से आई औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने उसकी दवा कंपनी पर छापा मारा था। उस दौरान कंपनी में मिली गड़बड़ी के आधार पर लाइसेंस निरस्त कर दिया था। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि प्रवीण त्यागी ने दूसरे प्रोपराइटर के नाम पर वीआर फार्मा नाम से लाइसेंस लिया। लेकिन वह सारा काम वह खुद ही कर रहा था। जांच पड़ताल के बाद यह बात सामने आई है।


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