हरिद्वार में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार; उठ रहा है ये बड़ा सवाल
लक्सर में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए कोतवाली पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने नकली शराब बनाते चार आरोपितों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
By Edited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 07:21 PM (IST)Updated: Sat, 12 Sep 2020 05:18 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। हरिद्वार जिले के लक्सर में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए कोतवाली पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने नकली शराब बनाते चार आरोपितों को रंगे हाथ पकड़ लिया। मौके से नकली शराब के खाली और भरे हुए पव्वे, आबकारी विभाग का होलोग्राम के साथ अन्य सामान बरामद किया है। नकली शराब की फैक्ट्री चला रहे आरोपितों के पास आबकारी विभाग के सरकारी होलोग्राम कैसे पहुंचे ये बड़ा सवाल है।
पुलिस के मुताबिक लक्सर की शुगर मिल कालोनी में एक मकान में नकली शराब बनाकर बेचे जाने की जानकारी मुखबिर से मिली थी। सूचना पर कोतवाली पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने शुगर मिल कालोनी में एक मकान पर छापा मारा। जहां चार व्यक्ति नकली शराब तैयार कर पव्वे में पैक करते मिले। मौके से देशी शराब के भरे हुए 32, आधे भरे 38 व 24 खाली पौवे ढक्कन, शराब और आबकारी विभाग के सरकारी होलोग्राम का एक रोल बरामद किया गया। पुलिस ने चारों आरोपितों के खिलाफ आबकारी अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल हेमेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि आरोपितों का चालान कर दिया गया है।
नकली शराब बनाने वालों तक कैसे पहुंचे सरकारी होलोग्राम
लक्सर में नकली शराब की फैक्ट्री चला रहे आरोपितों के पास आबकारी विभाग के सरकारी होलोग्राम मिलना बड़ी मिलीभगत का इशारा कर रहा है। इस मामले में पुलिस व आबकारी विभाग दोनों जांच के नाम पर लीपापोती करते नजर आ रहे हैं, कोई भी इस बात की तह जाने को तैयार नहीं कि आखिरकार अपराधियों के पास सरकारी होलोग्राम कैसे पहुंचे। नगर में पुलिस और आबकारी विभाग की नाक के नीचे नकली शराब बनाने का खेल चल रहा था, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। इससे पहले भी बिजोपुरा गांव में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। उस समय भी आबकारी विभाग को इसकी भनक नहीं थी, हरिद्वार से आई टीम ने मामले में कार्रवाई की थी।
सबसे गंभीर बात नकली शराब बनाने वालों के हाथ में सरकारी होलोग्राम का पहुंचना है। आबकारी विभाग के माध्यम से शराब बनाने वाली फैक्ट्री को उनकी घोषणा अनुरूप होलोग्राम आवंटित होते हैं। फैक्ट्री को इसका हिसाब विभाग को देना होता है। नकली शराब बनाने वालों तक होलोग्राम कैसे पहुंचे इस पर आबकारी विभाग जांच की बात कह रहा है पर, वह यह बताने को तैयार नहीं कि जब पहले से ही गिनती में इन्हें जारी किया जाता है तो पकड़े गये होलोग्राम किस फैक्ट्री के हैं और इन तक कैसे पहुंचे।
लक्सर शुगर मिल में शराब की फैक्ट्री है। शुगर मिल परिसर में ही अवैध रुप से शराब की फैक्ट्री चलना और सरकारी होलोग्राम आरोपितों तक पहुंचना बड़ी लापरवाही है। आबकारी निरीक्षक शिव प्रसाद व्यास का कहना है कि आरोपितों तक होलोग्राम कैसे पहुंचे इसकी जांच की जाएगी।
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