फोटो 8.. डेंगू की रोकथाम में सरकार विफल: रावत
जागरण संवाददाता हरिद्वार डेंगू के बेकाबू होते डंक के लिए कांग्रेसियों ने प्रदेश सरका
जागरण, संवाददाता, हरिद्वार: डेंगू के बेकाबू होते डंक के लिए कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। शनिवार को पूर्व सीएम हरीश रावत और भगवानपुर विधायक ममता राकेश के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर धरना दिया। सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज डेंगू से जान गंवाने वाले मरीजों के परिजनों को पांच - पांच लाख रुपये मुआवजा और डेंगू पीड़ित मरीजों को 50 हजार रुपये देने की मांग की।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि डेंगू का डंक जानलेवा साबित हो रहा है। कई मौतें हो चुकी हैं। हरिद्वार जिले के छापुर, शेर अफगानपुर, सिकंदपुर भैंसवाल सहित शहर क्षेत्र में भी अब तक 22 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार डेंगू की रोकथाम में पूरी तरह विफल साबित हुई है। अस्पतालों में न तो डेंगू की जांच के लिए पर्याप्त उपकरण हैं और ना ही डॉक्टर और व अन्य सुविधाएं। डेंगू पीड़ित मरीजों को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है। डेंगू से पीड़ित मरीजों की डेंगू से मौत सरकार की विफलता को दर्शा रही है।
भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कहा कि गांव से लेकर शहर तक हजारों लोग डेंगू से प्रभावित हैं। सरकार मूकदर्शक बनी है। अस्पतालों में ब्लड टेस्ट के नाम पर मरीजों का उत्पीड़न किया जा रहा है। धरना देने वालों में महापौर अनीता शर्मा, सतपाल ब्रह्मचारी, बलराम राठौर, ओपी चौहान, संतोष चौहान, विमला पांडे, सुभद्रा आर्य, बीएस तेजियान, राजवीर सिंह चौहान, सीपी सिंह, विशाल राठौर, रोशन लाल, अमरदीप रोशन समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।