Coronavirus Effect: जेल के बंदियों और परिवार वालों के बीच ई-मुलाकात, जानिए इसका पूरा प्रोसेस
बंदियों के लिए ई-मुलाकात की सुविधा शुरू की गई है। इसके तहत कैदी परिवार वालों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मिल रहे हैं।
हरिद्वार, मेहताब आलम। लॉकडाउन में जेल के बंदियों की मुलाकात पर करीब दो महीने से ब्रेक लगा है। कोरोना की दहशत के बीच कैदियों के परिवार वाले उनका हाल चाल जान सकें, इसके लिए ई-मुलाकात की सुविधा शुरू की गई है। इसके तहत कैदी परिवार वालों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मिल रहे हैं। प्रदेश की सबसे बड़ी हरिद्वार जेल में रोजाना सात-आठ कैदी अपने परिवारों से रूबरू हो रहे हैं।
लॉकडाउन ने आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी के अलावा सरकारी विभागों के काम-काज के तौर तरीके को भी बदल कर रख दिया है। मार्च के महीने में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ने पर देश भर की जेलों में एहतियात बरतने के आदेश सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी किए गए थे। नतीजतन लॉकडाउन से पहले ही कैदियों और परिवारों वालों की मुलाकातें पहले आधी कर दी गई। लॉकडाउन लागू होने के बाद कैदियों की पेशी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाने लगी। साथ ही मुलाकातों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई। कोरोना संक्रमण को लेकर मची अफरा-तफरी और दहशत के बीच कैदियों के परिवार वाले उनका हाल चाल जानने के लिए बेचैन रहे।
डीजी जेल पीवीके प्रसाद के निर्देश पर इसका हल निकालते हुए प्रदेश भर की जेलों में ई-मुलाकात की सुविधा शुरू कराई गई है। इसके तहत कोई भी कैदी सप्ताह में एक बार वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने परिवार वालों से पांच मिनट मुलाकात कर सकता है। जिला कारागार के प्रभारी अधीक्षक एसएम सिंह ने बताया कि ई-मुलाकात के बारे में कैदियों के परिवार वालों को अलग-अलग माध्यमों से जानकारी दी जा रही है। रोजाना सात से आठ कैदियों से उनके परिवार वाले ई-मुलाकात से जुड़ रहे हैं।
परिवार वाले कैसे करें बंदियों से मुलाकात
बंदियों से मुलाकात के लिए सबसे पहले कारागार के ई-प्रिजन पोर्टल eprisons.nic.in पर लॉग इन कर आवेदन करना होगा। ई-मुलाकात पर क्लिक करने के बाद मुलाकाती और बंदी की जानकारी भरें। इसके बाद वीडियो कान्फ्रेंसिंग पर क्लिक करें। मोबाइल या ई-मेल पर ओटीपी नंबर प्राप्त होगा। इस ओटीपी को अगली स्क्रीन पर दर्ज करें। रजिस्ट्रेशन की जानकारी स्क्रीन पर मिल जाएगी। कार्यवाहक जेल अधीक्षक एसएम सिंह ने बताया कि बंदी से ई-मुलाकात सप्ताह में एक बार किसी भी कार्यदिवस में सुबह नौ से एक बजे तक अधिकतम पांच मिनट तक की जा सकती है।
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