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शहर से देहात तक चल रहे फर्जी अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग बेखबर

संवाद सहयोगी, रुड़की: शहर से देहात तक फर्जी अस्पताल चल रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग कोई

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 03:01 AM (IST)
शहर से देहात तक चल रहे फर्जी अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग बेखबर
शहर से देहात तक चल रहे फर्जी अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग बेखबर

संवाद सहयोगी, रुड़की: शहर से देहात तक फर्जी अस्पताल चल रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। अधिकांश मामलों में स्वास्थ्य विभाग को फर्जी अस्पतालों को उस समय पता चलता है। जब प्रशासनिक या फिर बाहर की कोई टीम कार्रवाई करती है। स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही बीमार लोगों पर भारी पड़ रही है। वह अनजाने में उपचार के लिए इन फर्जी अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।

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दो दिन पहले ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने छापे मारकर तीन निजी अस्पतालों को सील किया है। यह तीनों अस्पताल कई सालों से चल रहे थे। इन अस्पतालों में मरीजों को भर्ती कर उनका न सिर्फ उपचार किया जा रहा था, बल्कि ऑपरेशन तक किये जा रहे हैं। डिलीवरी केस भी किये जा रहे हैं। जबकि इन अस्पतालों में एमबीबीएस डॉक्टर तक नहीं है। इन अस्पतालों में तमाम अनियमितता मिलने के चलते ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने इन्हें सील किया है। इससे पहले भी ऐसे अस्पतालों को सील किया जा चुका है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग के पास इन अस्पतालों का कोई ब्योरा नहीं है। इनमें कौन डॉक्टर उपचार कर रहे हैं। उन डॉक्टरों के पास कोई डिग्री है भी या नहीं। इस तरह की कोई जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। इसी लापरवाही के चलते यह अस्पताल धड़ल्ले से चल रहे हैं, लेकिन इन पर कोई अंकुश नहीं लग रहा है। सूत्रों की माने तो रुड़की क्षेत्र में करीब 21 अस्पताल ऐसे हैं। तीन के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। देहात क्षेत्रों में भी ऐसे अस्पताल खुले हैं। जिनके चिकित्सकों के बारे में कोई जानकारी विभाग के पास नहीं है। इसी तरह से अल्ट्रासाउंड केंद्रों के मामले में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई निगरानी नहीं की जा रही है। हरियाणा से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो बार यहां छापे मारकर जन्म से पूर्व ¨लग जांच के मामले में पकड़े हैं। वह कुछ समय पहले ही आए हैं। शहर और देहात क्षेत्र में जितने भी नर्सिगहोम खुले हैं। उन सभी के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है, जो अस्पताल मानकों के मुताबिक नहीं पाए जाएंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. प्रेम लाल, सीएमओ, हरिद्वार बॉक्स........

डीएम को भेजी तीनों सील अस्पतालों की रिपोर्ट

रुड़की: तीन सील किए गए अस्पतालों की रिपोर्ट ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडलेवाल ने जिलाधिकारी दीपक रावत को भेज दी है। जल्द ही इस एक जांच कमेटी गठित की जाएगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडलेवाल ने मंगलवार रात को चार निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया था। जिसमें तीन अस्पताल लाइफ लाइन नर्सिगहोम, एमएच नर्सिगहोम और जनजीवन अस्पताल को अनियमितता मिलने के चलते उन्हें सील कर दिया गया था। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल ने बताया कि तीनों सील किए गए अस्पतालों की रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी हरिद्वार दीपक रावत को भेज दी गई है। अब जिलाधिकारी की ओर से इसमें आगे की कार्रवाई की जाएगी। (संस)


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