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नशीली व नकली दवा कारोबार पर नहीं अंकुश

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : जिले में दवा की दुकानों पर लाइसेंस के खेल के साथ ही नशीली दवाअ

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Feb 2018 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 07 Feb 2018 03:01 AM (IST)
नशीली व नकली दवा कारोबार पर नहीं अंकुश
नशीली व नकली दवा कारोबार पर नहीं अंकुश

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : जिले में दवा की दुकानों पर लाइसेंस के खेल के साथ ही नशीली दवाओं का गोरखधंधा बेरोकटोक जारी रहता है। विभागीय अधिकारी और पुलिस प्रशासन भी प्रभावी कार्रवाई करने के बजाय मात्र छापेमारी कर अपने कार्यो की इतिश्री कर रहा है।

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बीते वर्ष जिले के कलियर, रुड़की, भगवानपुर, ज्वालापुर के कस्साबान, बकरा मार्केट में कभी पंजाब, राजस्थान की पुलिस तो कभी जिलाधिकारी के औचक छापेमारी में नकली और नशीली दवाओं, बगैर लाइसेंस के फर्जी नाम से दवा की दुकानों का संचालन पाया जा चुका है, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है।

जिले में थोक व फुटकर 1650 मेडिकल स्टोर का लाइसेंस औषधि विभाग की ओर से निर्गत किया गया है। इसमें अधिकांश दुकानों पर न तो डिग्री धारी फार्मासिस्ट हैं और न ही जिसके नाम से लाइसेंस निर्गत है। अप्रशिक्षित व्यक्ति को दुकान पर कम पैसे में कर्मचारी के रूप में रखकर दवा बेचने का कारोबार कराते हैं। शहर के ज्वालापुर, शिवालिक नगर में कई बार छापेमारी के दौरान इसकी हकीकत सामने आ चुकी है। ज्वालापुर पुलिस ने कस्साबान, बकरा मार्केट, कटहरा बाजार में छापेमारी के दौरान नशीली दवाओं का विक्रय करते पाया गया था। वहीं खुद जिलाधिकारी दीपक रावत के छापेमारी में हरिद्वार शहर के रानीपुर मोड और रुड़की में फर्जी व्यक्तियों के हाथों दवा की दुकान संचालित होती पायी जा चुकी है।

ंभगवानपुर व कलियर क्षेत्र में नकली व नशीली दवाओं का कारोबार

लंबे समय से धड़ल्ले से विभाग और पुलिस की नाक के नीचे संचालित हो रहा है। पिछले वर्ष राजस्थान के ड्रग विभाग के अधिकारियों ने भगवानपुर के मक्खनपुर स्थित एक दवा फैक्ट्री से बनी दवाओं की राजस्थान के लैब में परीक्षण में नकली पाए जाने पर छापेमारी की थी। जांच में नकली दवाओं का जखीरा बरामद हुआ। कई नामी कंपनियों के रैपर का प्रयोग कर दवा बनाने का खुलासा हुआ था। पंजाब पुलिस की छापेमारी में कलियर में कईं दवा की दुकानों से नशीली दवाओं का जखीरा मिला था।

दवा की दुकानों पर अनियमितता व नशीली दवाओं की बिक्री की शिकायतों को गंभीरता से संज्ञान लिया जा रहा है। रुड़की में ईदगाह रोड पर दो और हरिद्वार रानीपुर मोड पर एक दवा की दुकान को अनियमितता के चलते सील करा दिया था। औषधि निरीक्षक को हर महीने 15 दुकानों की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। दीपक रावत, जिलाधिकारी, हरिद्वार


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