मुकदमा दर्ज करने से कतरा रही पुलिस
जागरण संवाददाता, रुड़की : चोरी हो या लूट या फिर मारपीट का मामला। थाने और कोतवाली में
जागरण संवाददाता, रुड़की : चोरी हो या लूट या फिर मारपीट का मामला। थाने और कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाना फरियादी के बस की बात नहीं है। इन मामलों को पुलिस जांच का बहाना बनाकर ठंडे बस्ते में डाल रही है। बढ़ती आपराधिक घटनाओं से पहले ही अधिकारी नाराजगी जता रहे हैं।
पिछले कुछ समय से शहर में आपराधिक वारदातों में इजाफा हुआ है। शहर में कभी चोरी तो कभी लूट की घटनाएं हो रही है। किसी कॉलोनी में चोर मकान के ताले तोड़ रहे है। शायद ही ऐसा कोई दिन जाता है जिस दिन शहर में वाहन चोरी की घटना न होती है। सभी घटनाओं में पुलिस मुकदमे दर्ज करने से बच रही है। एक माह में एक दर्जन से अधिक ऐसी वारदात है। जिनमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। फरियादियों को इंसाफ के लिए चक्कर काटने पड़ रहे हैं। मुकदमें दर्ज करने में पुलिस की तरफ से हो रही आनाकानी लोगों पर भारी पड़ रही है। मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोई अधिकारियों का निर्देश लेकर आ रहा है तो कोई अधिकारियों के पास ही सीधी चिट्टी भेज रहा है। केस एक-
मई में सिविललाइंस क्षेत्र में रहने वाली एक युवती ने अपने पति पर यौन उत्पीड़न का मुकदमा एसएसपी के निर्देश पर दर्ज कराया था।
केस दो
छह नंवबर को बीटी गंज में करीब छह महिलाओं के पर्स पर टप्पेबाजों ने हाथ साफ किया। लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं है। केस तीन
प्रीतविहार कॉलोनी में पीएनबी के अफसर के घर चोरी का मुकदमा एसपी के निर्देश पर दर्ज हुआ। सभी थाना प्रभारियों को चोरी और लूट समेत अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। संदिग्ध मामलों में पुलिस जांच के बाद ही मुकदमा दर्ज करती है। मुकदमा दर्ज करने में आनाकानी करने वाले पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। मणिकांत मिश्रा एसपी देहात रुड़की