पितृ विसर्जन अमावस्या पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं का सैलाब, हाईवे जाम; कुशावर्त घाट पर लंबी लाइन
Pitru Visarjan Amavasya पितृ विसर्जन अमावस्या पर धर्म नगरी हरिद्वार में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कुशावर्त घाट के अलावा नारायणी शिला पर भोर से ही भारी भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखने को मिल रही है। गंगा स्नान के साथ ही श्रद्धालु पिंडदान और तर्पण कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते हाईवे पर जाम लग रहे हैं।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Pitru Visarjan Amavasya: पितृ विसर्जन अमावस्या पर धर्म नगरी हरिद्वार में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड के अलावा मालवीय घाट और आसपास के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है।
गंगा स्नान के साथ ही श्रद्धालु पिंडदान और तर्पण कर रहे हैं। कुशावर्त घाट के अलावा नारायणी शिला पर भोर से ही भारी भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखने को मिल रही है। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते हाईवे पर जाम लग रहे हैं।
विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में किए आयोजन
देहरादून। पितरों के लिए श्रद्धा के पर्व श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिन सर्वपितृ अमावस्या पर विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने तर्पण व दान कर पितृऋण से मुक्ति की कामना की। इस दौरान शहर में विभिन्न स्थानों पर भंडारा व स्टाल लगाकर प्रसाद के रूप में खीर का वितरण भी किया गया।
विश्व हिंदू परिषद ने टपकेश्वर के तमसा नदी तट पर सामूहिक तर्पण किया। परिषद के प्रांत मठ मंदिर प्रमुख सुभाष जोशी ने सामूहिक तर्पण करवाया। सुभाष जोशी ने बताया कि इस वर्ष सैनिकों के साथ सार्वभौम की प्रक्रिया के माध्यम से प्रकृति पर्यावरण एवं समस्त जीव जन्तु वनस्पति सर्वे सुखिना सन्तु की भावना से संसार के समस्त दिवंगत प्राणियों के लिए सामूहिक तर्पण किया गया।
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष आलोक कुमार सिन्हा ने बताया कि परिषद की ओर से प्रत्येक वर्ष अपने पूर्वजों एवं बलिदानियों का तर्पण किया जाता है। पिछले वर्ष विभाजन के विभीषिका में बलिदान हुए अपने पूर्वजों का तर्पण किया गया था, जबकि इस वर्ष राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों एवं पूर्वजों का सामूहिक तर्पण किया गया।
कार्यक्रम में विहिप के प्रांत समरसता टोली के सदस्य नवीन गुप्ता, जिला मंत्री श्याम शर्मा, सहमंत्री विशाल चौधरी, चंदन नेगी राजा वर्मा, विधान सिंह रावत व राजेंद्र भट्ट समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
वहीं, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने शहीद स्मारक पर बलिदानी आंदोलनकारियों को तर्पण देते हुए पितृआत्माओं की शांति व मोक्ष प्राप्ति की कामना की। बलभद्र खलंगा विकास समिति की ओर से नालापानी स्थित युद्ध स्मारक पर पितृ विसर्जन कार्यक्रम आयोजित किया गया।