रुड़की में कोरोना मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहर से देहात तक उठे हजारों हाथ, कनाडा से भी लोग मुहिम से जुड़े
कोरोना संक्रमण के दौरान जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहर से देहात तक ही नहीं वरन विदेश की धरती कनाडा के वैंकुवर शहर से भी श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों हाथ उठे। गुरुद्वारों में अरदास हुई तो मंदिरों में पूजा-अर्चना।
जागरण संवाददाता, रुड़की। कोरोना संक्रमण के दौरान जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहर से देहात तक ही नहीं वरन विदेश की धरती कनाडा के वैंकुवर शहर से भी श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों हाथ उठे। गुरुद्वारों में अरदास हुई तो मंदिरों में पूजा-अर्चना। मदरसों में दुआ पढ़ी गई तो रोडवेज चालकों ने दो मिनट के लिए बस ही रोक दी।
दैनिक जागरण की ओर से सोमवार को सुबह 11 बजे कोरोना की जंग हार चुके व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देने, कोरोना को हरा चुके व्यक्तियों को उत्साहवर्धन करने एवं कोरोना की जंग में अग्रणी पंक्ति में खड़े होकर कार्य करने वाले डॉक्टर, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी आदि का उत्साह बढ़ाने के लिए दो मिनट की सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
आइआइटी, सीबीआरआइ, एनआइएच, गन्ना विभाग, रोडवेज, पुलिस, बैंक, विकास विभाद, एप्रो ग्लोबल समुह के पांच सौ कर्मचारियों ने एक साथ प्रार्थना की। सिविल अस्पताल रुड़की में दो मिनट ओपीडी बंद कर सभी चिकित्सक, फार्मासिस्ट अपने कक्ष से बाहर निकल आए और दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान यहां पर मौजूद मरीज और तीमारदारों ने भी प्रार्थना करते हुए चिकित्सकों का उत्साहवर्धन किया।
लंढौरा के मदरसा इमदादुल इस्लाम में मुफ्ती रियासत अली के नेतृत्व में दुआ की गई। इसके अलावा कनाड़ा के वैंकुअर शहर के रहने वाले कैरन के नेतृत्व में प्रार्थन की गई। इतना ही नहीं उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर इस मुहिम की सराहना की। भारतीय किसान यूनियन, वन विभाग ने भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
राजकीय इंटर कालेज में तो क्रिकेट मैच को बीच में रोककर खिलाड़ियों ने श्रद्धांजलि दी। वहीं, भगवानपुर में सफाई कर्मियों ने पौधे रोपकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा घरों में भी दो मिनट का मौन धारण किया गया।
यह भी पढ़ें- सर्व धर्म प्रार्थना: हरिद्वार में कोरोना पीड़ितों की शिफा के लिए उठे हाथ
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें