अपने हाथों से उजाड़ दिया बहन का सुहाग
एक साल पहले की रंजिश दिल में पाले रहे और किसी को भनक तक नहीं थी।
जागरण संवाददाता, रुड़की: एक साल पहले की रंजिश दिल में पाले रहे और किसी को भनक तक नहीं थी। जिस बहन को बड़े प्यार से डोली में बिठाकर 26 साल पहले विदा किया था। उसके सुहाग उजाड़ते हुए आरोपितों के हाथ एक पल के लिए भी नहीं कांपे। बहन के प्यार पर आरोपितों की रंजिश भारी पड़ गई। हत्या का राज खुलने के बाद हर कोई हैरत में है।
करीब 26 साल पहले सुखदर्शन की शादी हल्लूमाजरा गांव निवासी मोतीलाल की बहन से हुई थी। गांव वालों की माने तो मोतीलाल ने बहन की शादी के दौरान उसे बड़े प्यार से डोली में बैठाकर विदा किया था। जिस बहन को उन्होंने हमेशा खुश रहने की दुआ दी। उसी बहन का सुहाग उजाड़ते समय उन्होंने एक बार भी नहीं सोचा कि बहन का क्या होगा। बहनोई के कुछ तंज भरे शब्द से उपजी रंजिश बहन के प्यार पर भारी पड़ गई। हत्या करने का निश्चय तो काफी पहले ही कर लिया था लेकिन मोतीलाल को मौके की तलाश थी। मोतीलाल दिल्ली में एक स्पेयर पार्ट्स की कंपनी में मार्केटिग करता है। तीन माह पहले गांव में आया था। लॉकडाउन में वह दिल्ली नहीं जा पाया। इसी दौरान उसने हत्या की योजना बनानी शुरू कर दी। मोतीलाल बार बार बहन के घर भी जाता रहा, लेकिन किसी को भनक नहीं लगने दी कि उसके अंदर क्या चल रहा है। आठ दिन पहले सुखदर्शन के पास दुकान में गया था और उसे दावत के लिए तैयार किया। सुखदर्शन के तैयार होते ही उसे हत्या का मौका मिल गया। बहन को तो यकीन नहीं हो रहा कि भाइयों ने ही उसका सुहाग उजाड़ दिया।