.ऋण दिलाने के नाम पर 80 से ठगी, एक ठग पकड़ा
संवाद सहयोगी, रुड़की: ऋण दिलाने के नाम पर
संवाद सहयोगी, रुड़की: ऋण दिलाने के नाम पर 80 लोगों से ठगी करने का एक मामला सामने आया है। ग्रामीणों की सक्रियता के चलते एक ठग पकड़ा गया है। ग्रामीणों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया है। ठगी के शिकार हुए सभी ग्रामीण लक्सर क्षेत्र के रहने वाले हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। इसे लेकर भी ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने बताया कि तीन युवक पिछले कुछ दिनों से उनके गांव में आ रहे थे। युवक खुद को एक फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बता रहे हैं। युवक ने ग्रामीणों को बताया था कि उनकी एजेंसी 50 हजार रुपये तक का ऋण दे रही है। इसके लिए आधार कार्ड, पासबुक, आइडी और फोटो चाहिए। ग्रामीण उन युवकों के झांसे में आ गए। शुक्रवार को ऋण देने के लिए ग्रामीणों को गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के तेलीवाला गांव में बुलाया गया था। ठगों ने यहां पर एक दुकान ली हुई थी। जिसे उन्होंने ऑफिस का रूप दिया था। ग्रामीण सुबह बताए गए स्थान पर पहुंच गए। यहां पहले तो खुद को फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बता रहे युवकों ने उनके कागजात लिए। उनकी फाइल तैयार की और फार्म भरवाए। इसके बाद फाइल चार्ज के रूप में प्रत्येक व्यक्ति से 2070 रुपये लिए। इसके बाद ग्रामीणों को वहीं बैठाए रखा। दोपहर के समय फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बने दो युवक लंच करके आने की बात कहकर निकल गए, लेकिन वह काफी देर तक वापस नहीं लौटे। तीसरा युवक भी बहाने से लघुशंका की बात कहकर बाहर निकला और खेतों की ओर से भागने लगा। ग्रामीणों की अचानक ही उस पर नजर पड़ गई। ग्रामीणों ने उसको दौड़कर पकड़ लिया। इसके बाद उसे गंगनहर कोतवाली ले आए। युवक को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में लापरवाही बरत रही है। पुलिस मामले को लक्सर का बता रही है। जबकि ठगी उनके यहां पर हुई है। इसे लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया। गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। ग्रामीणों में ओमवीर, अनिल, सुंदरपाल, प्रेम, सुखपाल, नेत्रपात्र, बबीता, जनेश्वर, रेखा, रचना, रुचि, दुलारी, ¨पकी, सुमन, अलका, बृजेश, प्रेमवती, लता देवी, कमलेश, संजीता, रेखा, रूपा, मीनू, संगीता, अनुराधा, गीता, मोनू एवं अनूप आदि मौजूद रहे।