वारदात से पहले जंगल में की थी डकैतों ने पूजा
जागरण संवाददाता, रुडकी: माजरी गांव में किसान के घर डकैती डालने से पहले बदमाशों ने जंगल
जागरण संवाददाता, रुडकी: माजरी गांव में किसान के घर डकैती डालने से पहले बदमाशों ने जंगल में पूजा की थी। पुलिस को जंगल में कांबिग के दौरान पूजा की सामग्री बरामद हुई है। इसी जगह पर बीयर की बोतल और खाने का सामान तथा घटना में प्रयुक्त डंडे भी बरामद हुए है। पुलिस ने भी वारदात के पीछे घुंमतू जाति(छमार/ बावरिया) गिरोह का हाथ होने की पुष्टि कर दी है।
माजरी गांव में किसान महिपाल के घर 8 सितंबर की रात को डकैतों ने गेट तोड़कर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों ने महिपाल और उसकी पत्नी, दो बेटो और पुत्रवधु पर डंडो से हमला कर घायल किया था। डकैती की इस वारदात में पुलिस को मानकर चल रही थी कि इसमें बाहरी गिरोह का हाथ हो सकता है। हालांकि स्थानीय बदमाशों की तरफ भी पुलिस के शक की सुई थी। पुलिस ने शुक्रवार को माजरी गांव के जंगल में कांबिग की तो उन्हें जंगल में करीब दो किमी दूर जाने पर एक ऐसा स्थान मिला। जहां पर पूजा की गई थी। यहां पर पुलिस को ¨सदूर, कलावा, चूडी और पूजा में प्रयुक्त होने वाला सामान बरामद हुआ है। इसके अलावा बीयर की खाली बोतले, खाने का सामान और डंडे बरामद हुए है। पुलिस का मानना है कि बदमाशों ने डकैती की घटना से पहले जंगल में पूजा की थी। वारदात के बाद बदमाश इसी स्थान पर मिले और बीयर पीने के बाद खाना खाया। इसके बाद बदमाश यहीं पर घटना में प्रयुक्त डंडे छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि घुमंतू (छमार या बावरिया) गिरोह के लोग ही वारदात से पहले पूजा करते हैं। इस गिरोह की तलाश में अब हरिद्वार एसओजी को भी लगाया गया है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि गिरोह घुमंतू जाति का है। जंगल में पूजा की सामग्री मिलने से इस बात की पुष्टि हो रही है। शीघ्र ही बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा।