coronavirus: यूएई से लौटा कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज अस्पताल स्टाफ को चकमा दे भागा, पुलिस भी सफल
युक्त अरब अमीरात से लौटा एक युवक सिविल अस्पताल रुड़की से भाग निकला। दरअसल 36 वर्षीय युवक खांसी-जुकाम और गले में खराश की शिकायत होने पर इलाज कराने आया था।
हरिद्वार, जेएनएन। बीती आठ मार्च को यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) से लौटा एक युवक सिविल अस्पताल रुड़की से भाग निकला। दरअसल, 36 वर्षीय युवक खांसी-जुकाम और गले में खराश की शिकायत होने पर इलाज कराने आया था। अस्पताल प्रशासन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद स्वास्थ्य और पुलिस टीम युवक को घर से लेकर आई और राजकीय मेला अस्पताल हरिद्वार के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया।
दरअसल, आठ मार्च को गंगनहर रुड़की निवासी युवक दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा था। वहां उसकी जांच में सब सामान्य मिला। इसके बाद युवक घर लौट गया। सोमवार को खांसी-जुकाम और गले में खराश की शिकायत पर युवक इलाज के लिए सिविल अस्पताल आया। रूटीन चेकअप और युवक की केस हिस्ट्री जानने के बाद कोरोना संक्रमण की आशंका में उसके सैंपल लिए गए। साथ ही राजकीय मेला अस्पताल हरिद्वार भेजने की तैयारी की जाने लगी।
यह देख युवक डर गया और स्टाफ को चकमा देकर भाग निकला। सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने इसकी जानकारी सीएमओ को दी। इसके बाद सीएमओ की सूचना पर एसएसपी ने पुलिस टीम भेजी। बाद में पुलिस और स्वास्थ्य टीम घर के पते पर जाकर युवक को साथ ले आई। युवक को राजकीय मेला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
पोलैंड से आया पर्यटक आइसोलेशन वार्ड में भर्ती
पोलैंड के एक नागरिक को कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते सोमवार को स्वास्थ्य टीम ने राजकीय मेला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया। उसे सघन निगरानी में रखा गया है।
इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर जारी अलर्ट के चलते विदेश आने-जाने वालों पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन के समीप एक होटल में पोलैंड से आया विदेशी पर्यटक ठहरा है। उसे खांसी-जुकाम की शिकायत है। इस पर राजकीय मेला अस्पताल से आपातकालीन टीम लेकर डॉ. राजेश गुप्ता मौके पर पहुंचे। टीम ने पोलैंड के नागरिक से बातचीत कर उसे साथ चलने को कहा। पहले तो वह ना-नाकुर करते हुए फरीदाबाद जाने की बात कह निकलने के चक्कर में रहा। लेकिन, बाद में वह टीम के साथ जाने को राजी हो गया। इसके बाद उसे एंबुलेंस से लेकर टीम राजकीय मेला अस्पताल पहुंची, जहां उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया।
सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि पोलैंड के नागरिक को खांसी-जुकाम की शिकायत थी। उसके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। बताया कि जिले में अब तक कुल तीन संदिग्धों को चिह्नित किया गया है। उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। सीएमओ ने बताया कि आइआइटी रुड़की के छात्र की जांच रिपोर्ट अभी लैब से नहीं आई है।
कोरोना संदिग्ध की निश्शुल्क जांच और उपचार
कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच और इलाज के साथ ही उनके खाने-पीने का प्रबंध भी स्वास्थ्य विभाग निश्शुल्क कर रहा है। ऐसे मरीजों से जांच व इलाज के नाम पर कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि कोरोना संदिग्ध या विदेशी पर्यटक, जिन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है, सबका खर्च विभाग उठा रहा है। यहां तक कि जिला अस्पताल में फ्लू मरीजों को निश्शुल्क पंजीकरण कर परामर्श व दवाएं दी जा रही हैं।
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