संकट में सहयोग की बजाए राजनीति कर रही कांग्रेस
भाजपा ने कोरोना संकट काल में लगाए जा रहे कांग्रेस के आरोपों की जांच कराने की मांग की है।
संवाद सहयोगी, हरिद्वार : भाजपा ने कोरोना संकट काल में लगाए जा रहे कांग्रेस के आरोपों की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल को सौंपा। कहा कि जिस कांग्रेस के विधायकों ने कोरोना संकट में सहयोग करने के लिए अपने वेतन का तीस फीसद देने से मना कर दिया है, वह कांग्रेस सरकार पर कुछ नहीं करने के आरोप लगा रही है।
बुधवार को भाजपा के जिला महामंत्री विकास तिवारी के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि कांग्रेस के नेता कोरोना संकट काल में भी राजनीति कर रहे हैं। अपने घरों में बैठकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए भाजपा और सरकार को आरोपित कर रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस के नेता पहले यह बताएं कि राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में मजदूरों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब क्यों है और सबसे ज्यादा पलायन भी इन्हीं राज्यों से मजदूरों का क्यों हो रहा है। कहा कि कांग्रेस नेता बताएं कि उनकी पार्टी के शासित राज्यों में क्या कदम उठाए गए हैं। कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने प्रधानमंत्री केयर फंड और सीएम राहत कोष में कोरोना संकट में सहयोग करने के लिए कितनी आर्थिक सहायता की है, इसकी जानकारी भी कांग्रेस के लोग जनता को बताएं। जिला महामंत्री ने कहा कि केंद्र की पहली मोदी सरकार ऐसी है, जिसने मुफ्त राशन से लेकर गैस सिलेंडर और मजदूरों के खातों में नकद धनराशि भेजी है। इससे पहले किसी भी आपदा में ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने ज्ञापन में कांग्रेस के नेताओं के आरोपों के सच को जनता के सामने लाए जाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में भाजपा मध्य हरिद्वार के मंडल अध्यक्ष राजकुमार अरोड़ा, कनखल मंडल अध्यक्ष मयंक गुप्ता आदि मौजूद रहे।