कांग्रेसियों ने लेखपाल का पुतला फूंका
कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी और पटवारी के बीच विवाद सोमवार को और तूल पकड़ गया। मुकदमा दर्ज कराने वाला पटवारी जहां कांग्रेसियों और ग्रामीणों के निशाने पर आ गए।
संवाद सूत्र, लालढांग: कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी और पटवारी के बीच विवाद सोमवार को और तूल पकड़ गया। मुकदमा दर्ज कराने वाला पटवारी जहां कांग्रेसियों और ग्रामीणों के निशाने पर आ गए। वहीं, राजस्व कर्मियों ने आरोपित कांग्रेस नेता को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है। मांग पूरी न होने पर हड़ताल की चेतावनी भी दी है।
लालढांग क्षेत्र पटवारी रामनाथ ने श्यामपुर थाने में कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी व उनके भाई सुरेंद्र लहरी सहित कुछ अज्ञात आरोपितों के खिलाफ गाली-गलौज, मारपीट, धमकी देने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में सोमवार को लालढांग ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष तेगसिंह पोखरियाल के नेतृत्व में कार्यकत्र्ताओं और ग्रामीणों ने पटवारी रामनाथ का पुतला फूंका। ग्रामीणों ने पटवारी पर सुविधा शुल्क लेकर काम करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। विपिन सैनी, मंजीत सैनी, संजीव कुमार, श्यामलाल, विजेंद्र सैनी, आकाश सैनी ओर सुबोध सैनी ने आरोप लगाते हुए पटवारी के तबादले की मांग की। पुतला फूंकने वालों में संजीव, अनुराग, शानू अंसारी, तारा सैनी, संजीव सैनी, राहुल सैनी ओर अरविद सिंह शामिल रहे। वहीं, लेखपाल संघ और राजस्व कर्मचारियों ने पटवारी रामनाथ की पिटाई व अभद्रता कर धमकी देने के आरोपित गुरजीत लहरी की गिरफ्तारी की मांग उठाई है। इस बारे में जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलेगा। कार्रवाई न होने पर राजस्वकर्मियों ने हड़ताल और आंदोलन की चेतावनी भी दी है। वहीं, क्षेत्र के भाजपा नेताओं ने कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को पूरे मामले से अवगत कराया है। उन्होंने पटवारी से अभद्रता का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
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लहरी की कुंडली खंगालने में जुटी पुलिस
हरिद्वार: कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। इसके साथ ही पुलिस लहरी के खिलाफ पूर्व में दर्ज हो चुके मुकदमों की जानकारी भी जुटा रही है। पुराने मुकदमों का हवाला देकर पुलिस लहरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी कर सकती है। वहीं, गुरजीत लहरी ने पटवारी से पिटाई के आरोपों को निराधार बताते हुए दावा किया कि पुराने मुकदमों में कोर्ट से उन्हें बरी किया जा चुका है। साथ ही आरोप भी लगाया कि उनके खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।