ट्रेन रोकने जा रहे किसानों को पुलिस ने रोका, तीखी नोकझोंक
रुड़की रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकने जा रहे किसानों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हो गई। पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा घेरा बनाते हुए किसानों को रेलवे स्टेशन के अंदर दाखिल नहीं होने दिया।
रुड़की, जेएनएन। बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर रुड़की रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकने जा रहे किसानों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हो गई। पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा घेरा बनाते हुए किसानों को रेलवे स्टेशन के अंदर दाखिल नहीं होने दिया। इसके बाद किसानों ने स्टेशन के बाहर पंचायत शुरू कर दी और शासन-प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर तीन सितंबर तक गन्ने का भुगतान नहीं किया गया तो किसान रेल रोको आंदोलन शुरू कर देंगे। शाम साढ़े पांच बजे किसानों ने पंचायत को समाप्त कर दिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड के नेतृत्व में किसान नारेबाजी करते हुए सिविल लाइंस स्थित बोट क्लब पर एकत्र हुए। यहां पर से किसान जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए रुड़की रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। स्टेशन पर पहुंचते ही किसानों ने स्टेशन परिसर के अंदर घुसने का प्रयास किया लेकिन पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा घेरा बना लिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों और किसानों के बीच नोकझोंक भी हुई। इसके बाद किसान स्टेशन के माल गोदाम गेट पर ही धरना देकर बैठ गए।
धरने पर पहुंची भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कहा कि क्षेत्र का किसान बर्बाद हो चुका है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बच्चों की फीस तक जमा नहीं हो पा रही है। यहां तक की किसान बीमारी का इलाज तक नहीं करा पा रहे हैं। सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है। पूर्व विधायक अम्बरीश कुमार ने कहा कि गन्ना किसानों की कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसान परेशान है। दो साल से गन्ने का भुगतान नहीं हुआ है। इस मौके पर किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह, प्रधान पवन त्यागी, महकार सिंह, राजपाल सिंह, सेवाराम, आकिल, रणतेज सिंह, नरेश लौहान, आदित्य चौधरी, प्रणान जय सिंह, ज्ञानचंद, जाकिर, सोहनवीर सिंह, चांदवीर सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए।
वहीं, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल, सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र सिंह, एसपी देहात नवनीत सिंह भुल्लर आदि किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने बताया कि इकबालपुर चीनी मिल की तीन सितंबर को चीनी नीलाम की जाएगी। उससे किसानों के गन्ने का भुगतान हो जाएगा। इस पर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि गन्ना विभाग और प्रशासन नीलामी की शर्तों को शिथिल करते हुए अधिक से अधिक लोगों को नीलामी में शामिल कराकर किसानों के गन्ने का भुगतान कराए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो तीन सितंबर के बाद किसान रेल रोको आंदोलन शुरू कर देंगे। प्रशासन के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
पुलिस छावनी में तब्दील रहा रेलवे स्टेशन
किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते रुड़की रेलवे स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया। पुलिस अधीक्षक देहात नवनीत सिंह भुल्लर, एएसपी जीआरपी मनोज कत्याल, सीओ चंदन सिंह बिष्ट, आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक सोनी शर्मा के अलावा कई थानों की पुलिस, पीएसी और आरपीएफ के जवान मौजूद रहे। आंदोलन के शांतिपूर्वक संपन्न होने पर किसानों ने राहत की सांस ली।
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इकबालपुर मिल को लेकर ज्यादा गुस्सा
उत्तराखंड किसान मोर्चा की ओर से आयोजित आंदोलन के दौरान किसानों में इकबालपुर चीनी मिल को लेकर सबसे अधिक गुस्सा देखने को मिला। किसानों ने आरोप लगाया कि चीनी मिल की ओर से दो साल से किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं किया गया है। चीनी मिल पर 258 करोड़ का बकाया हो चला है। इस बार किसान किसी भी सूरत में इकबालपुर मिल को गन्ना नहीं देंगे।
मंगाना पड़ा पानी का टैंकर
गर्मी के कारण किसान भी बेहाल नजर आए। प्यास से बुरा हाल था। इस पर किसानों ने पुलिस क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह बिष्ट से पानी के टैंकर की व्यवस्था किए जाने की मांग की। जिस पर पुलिस क्षेत्राधिकारी ने गंगनहर पुलिस से पानी की व्यवस्था करने के बाद, टैंकर आने के बाद किसानों ने राहत की सांस ली।
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