सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले, हरिद्वार में दिव्य और भव्य होगा महाकुंभ
वर्ष 2021 में होने वाले महाकुंभ के आयोजन को लेकर कवायद शुरू हो गई है। अखाड़ा प्रतिनिधियों के साथ बैठक में सीएम रावत ने आश्वासन दिया कि महाकुंभ दिव्य और भव्य होगा।
हरिद्वार, जेएनएन। हरिद्वार में वर्ष 2021 में होने वाले महाकुंभ के आयोजन को लेकर कवायद शुरू हो गई है। अखाड़ा प्रतिनिधियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आश्वासन दिया कि महाकुंभ दिव्य, भव्य और सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि मेले को यादगार बनाने के लिए हरसंभव कोशिश की जाएगी। कहा कि निर्माण कार्य समय पर पूरे किए जाएंगे।
शनिवार को हरिद्वार में सभी 13 अखाड़ा के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री को सुझाव दिए।अखाड़ों ने सरकार से भूमि उपलब्ध कराने की मांग करते हुए निर्माण कार्य के लिए पांच करोड़ रुपये की मांग की। अखाड़ों की भूमि पर अतिक्रमण का मुद्दा भी उठा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अखाड़ों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी मांगों और सुझावों पर गौर करेगी।
सीएम ने कहा कि महाकुंभ से पहले हरिद्वार में केबल को भूमिगत करने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इससे पेशवाई आदि के गुजरने में कोई व्यवधान नहीं आएगा। कहा कि मेले में नेत्र कुंभ यानी नेत्र शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए आइजी कुंभ संजय गुंज्याल ने कहा कि 50 वर्ग किलोमीटर में फैले मेला क्षेत्र को 32 सेक्टर में बांटा गया है। उन्होंने इससे संबंधित प्रजेंटेशन भी दिया।
बैठक में अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरी के अलावा जूना, अग्नि, आह्वान, निरंजनी, आनंद, महानिर्वाणी, अटल, दिगंबर अणि अखाड़ा, निर्वाणी अणि अखाड़ा, पंच निर्मोही अणि अखाड़ा, बड़ा उदासीन निर्वाण अखाड़ा, नया उदासीन निर्वाण और निर्मल अखाड़ा के प्रतिनिधि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के साथ शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव नगर विकास शैलेश बगोली, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रामन, मेलाधिकारी दीपक रावत भी मौजूद थे।
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अधूरे हाईवे से संत नाराज
हरिद्वार में हाईवे का चौड़ीकरण कार्य पूरा न होने और अधूरे फ्लाईओवर पर संतों ने नाराजगी जताई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आठ महीने में फ्लाइओवर तैयार करा सकती है तो फिर उत्तराखंड सरकार क्यों नहीं। इस पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक वैभव मित्तल ने आश्वासन दिया कि नवंबर 2020 तक ये कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
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