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-क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बनेगा सिविल अस्पताल

संवाद सहयोगी, रुड़की: सिविल अस्पताल रुड़की क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बनने जा रहा है। इसके

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 03:01 AM (IST)
-क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बनेगा सिविल अस्पताल
-क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बनेगा सिविल अस्पताल

संवाद सहयोगी, रुड़की: सिविल अस्पताल रुड़की क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बनने जा रहा है। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। देहरादून से आई केयर सपोर्ट एंड ट्रीटमेंट की टीम ने मंगलवार को अस्पताल का सर्वे कर पूरी रिपोर्ट तैयार की। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बन जाने के बाद मरीजों को काफी लाभ होगा। उन्हें अस्पताल में उपलब्ध समस्त सुविधाओं की जानकारी बिना किसी की मदद लिए मिल सकेंगी।

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मंगलवार को अस्पताल के सर्वे के लिए केयर सपोर्ट एंड स्ट्रीटमेंट (पीएचएफआइ, देहरादून) की एक टीम टेक्निकल एडवाइजर डॉ. नूतन मिश्रा के नेतृत्व में रुड़की पहुंची। अस्पताल के सीएमएम डॉ. डीके चक्रपाणि ने टीम को अस्पताल का सर्वे कराया। साथ ही अस्पताल में मौजूद सभी सुविधाओं एवं वार्ड आदि की जानकारी दी। टेक्निकल एडवाइजर डॉ. नूतन मिश्रा ने बताया कि क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बन जाने के बाद अस्पताल में आने वाले मरीजों को किसी भी जानकारी के लिए कुछ पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उसे अस्पताल गेट से ही साइन बोर्ड की मदद से जानकारी मिलनी शुरू हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल हो जाने के बाद मरीज को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। अस्पताल गेट से साइन बोर्ड मरीज को बताते हैं कि कहां पर क्या है। इस तरह से मरीज साइन बोर्ड पढ़ते हुए संबंधित डॉक्टर या फिर अन्य स्थान जहां पर मरीज जाना चाहता है, इसके तहत जो बोर्ड लगेंगे वह कलर कोड पर होंगे। जैसे यदि इमरजेंसी है तो उसे लाल बोर्ड से लिखा जाएगा। यदि टीकाकरण का बोर्ड है तो वह बैंगनी रंग का होगा। पार्किंग, पीने का पानी आदि के नॉन क्लीनिकल बोर्ड अलग रंग के होंगे। क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल के लिए टीम ने सर्वे कर लिया है। अब जल्द ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।

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योजना के लगेंगे बोर्ड

रुड़की: सिविल अस्पताल रुड़की के क्लाइंट फ्रेंडली हॉस्पिटल बनने के बाद अस्पताल में स्वास्थ्य से जुड़ी केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं को साइन बोर्ड लिखकर लगाया जाएगा। साथ ही उनका लाभ मरीजों को कैसे और कौन देगा, इसकी भी पूरी जानकारी उन बोर्ड पर अंकित होगी। मरीज या उसके परिजन बोर्ड को पढ़कर सारी जानकारी हासिल कर सकेंगे।


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