नियुक्ति में धांधली पर सीईओ ने वार्डन को भेजा नोटिस
प्रभारी मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ. आनंद भारद्वाज ने सोमवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्या
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय अकबरपुर ऊद की वार्डन ने नियमों की अवहेलना करते हुए जहां कई पदों पर नियुक्ति कराई, वहीं एक अल्पकालिक शिक्षिका से नियुक्ति तिथि के पहले के तीन महीने की उपस्थिति भी पंजिका में दर्ज कराकर फर्जीवाड़ा किया। सोमवार को प्रभारी सीईओ डॉ. आनंद भारद्वाज के विद्यालय में औचक निरीक्षण के दौरान यह पोल खुली। सीईओ ने नाराजगी जताते हुए वार्डन को नोटिस जारी कर मामले की जांच उपशिक्षाधिकारी लक्सर को सौंप दी है।
प्रभारी मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ. आनंद भारद्वाज ने सोमवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय अकबरपुर ऊद में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। जांच के दौरान पाया गया कि विद्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के दो अल्पकालिक शिक्षकों की नियुक्ति वार्डन ने अपने स्तर पर करा दी, जबकि नियमानुसार यह नियुक्ति जनपद स्तरीय समिति विज्ञापन जारी करके साक्षात्कार के माध्यम से करती है। प्रभारी सीईओ ने विद्यालय की एक शिक्षिका से पूछताछ की तो पता चला कि शिक्षिका की नियुक्ति 4 अप्रैल 2019 को होने पर उसने कार्य शुरू किया, लेकिन लेकिन वार्डन ने उससे तीन महीने पहले जनवरी, फरवरी, मार्च की फर्जी उपस्थिति पंजिका पर दर्ज कराई। आवासीय विद्यालय में रहने वाली कई छात्राओं ने भी वार्डन पर आरोप लगाए। इस मामले में नाराजगी जताते हुए प्रभारी सीईओ ने सभी शिकायतों और गलत तरीके से हुई भर्ती प्रक्रिया की विस्तृत जांच उपशिक्षाधिकारी लक्सर अनिल कोठियाल को सौंप दी दी।इसके साथ ही वार्डन अंजू अग्रवाल से भर्ती में मनमानी, अनियमितता और अन्य अव्यवस्था पर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है।
बयान
जांच में स्पष्ट है कि अल्पकालिक भर्ती में नियमों को ताक पर रखकर जिला स्तरीय समिति की बजाय खुद वार्डन ने अपने स्तर पर नियुक्ति कराई। इस तरह के गंभीर और अनियमितता को लेकर वार्डन अंजू अग्रवाल से स्पष्टीकरण मांगा है। अन्य मामले की जांच उप शिक्षाधिकारी को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। --- डॉ. आनंद भारद्वाज, प्रभारी सीईओ