फोटो-9, 10,, बाल अधिकारों का जायजा लेगी केंद्रीय टीम
जागरण संवाददाता हरिद्वार धर्मनगरी हरिद्वार में बाल अधिकारों की धरातलीय वास्तविकता को परख
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बाल अधिकारों की धरातलीय वास्तविकता को परखने केंद्र की टीम आ रही है। टीम में बाल संरक्षण आयोग के सदस्य भी शामिल होंगे। टीम यह जानने की कोशिश करेगी कि हरिद्वार में बाल संरक्षण अधिकारों की क्या स्थिति है और सरकारी विभाग व आम जनता इसे लेकर कितनी जागरूक है। इस तरह की शिकायतों के निवारण के लिए क्या हो रहा है। जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने जगारूकता संबंधी प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रोशनबाद स्थित कलक्ट्रेट में आयोजित पत्रकार वार्ता में जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल शिविर में बाल अधिकारों का उल्लंघन, बच्चों की प्रतियोगिता-परीक्षा शुल्क संबंधी शिकायत, स्कूलों में बच्चों के साथ शारीरिक शोषण अथवा प्रताड़ना की शिकायत जैसी बातों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही बच्चों को इनसे बचाने के लिए अधिकारों से परिचित कराया जाएगा।
जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि बच्चों की तमाम समस्याओं और अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से 13 दिसंबर को रोशनाबाद कलक्ट्रेट परिसर में शिविर लगाया जाएगा। इसके प्रचार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार वाहन भेजा जाएगा।
नहीं दिखा विभागों में सामंजस्य
हरिद्वार: जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी की पत्रकार वार्ता के दौरान विभिन्न विभागों के जिम्मेदार अधिकारी मौजूद थे। पत्रकार वार्ता में जब उनसे बाल संरक्षण उल्लंघन के मामलों की वर्तमान स्थिति की जानकारी चाही गई, तो उनमें से कोई भी इसकी तथ्यपरक जानकारी नहीं दे सका। बाद में शिक्षा विभाग की ओर से आए मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. आनंद भारद्वाज ने जानकारी दी कि विभिन्न स्कूलों से संबंधित अप्रैल 2019 से अब तक मात्र पांच मामले उनके संज्ञान में आए हैं, जिन पर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि अन्य मामलों की वह सही जानकारी नहीं दे सके।