जुलूस निकाल कर मनाया नबी की आमद का जश्न
मोहम्मद साहब का यौमे पैदाइश जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी अकीदत और जुलूस के साथ मनाया गया। शहर और देहात क्षेत्रों से जूलूस-ए-मोहम्मदी जोश व उत्साह के साथ निकाले गए।
जागरण संवाददाता हरिद्वार : मोहम्मद साहब का यौमे पैदाइश जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी अकीदत और जुलूस के साथ मनाया गया। शहर और देहात क्षेत्रों से जूलूस-ए-मोहम्मदी जोश व उत्साह के साथ निकाले गए। जुलूस में पैगंबर साहब की शान में अकीदतमंदों ने सरकार की आमद मरहबा..मुख्तार की आमद मरहबा..,पत्ती-पत्ती, फूल-फूल या रसूल, या रसूल.., मुस्तफा जाने रहमत पर लाखों सलाम..जैसे नारे लगाए। जुलूस में बड़े-बड़े परचम लहराकर अकीदतमंद चल रहे थे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रही।
इस्लामिक कैलेंडर के रबिउल अव्वल माह की 12 तारीख को ज्वालापुर समेत आसपास के देहात क्षेत्र में जुलूस मोहम्मदी निकाल कर जश्न मनाया गया। ज्वालापुर में अंजुमन गुलाम-ए-मुस्तफा की अगुआई में जुलूस निकाला गया। संस्था के सदस्य शफीक खान सेक्रेटरी हाजी शादाब कुरैशी ने कहा कि ईद मिलादुन्नबी का दिन ईद से भी बढ़कर है इस दिन पैगंबर मोहम्मद साहब इस दुनिया में तशरीफ लाए और पूरी दुनिया को इंसानियत का पैगाम दिया। इस दौरान हाजी अनीस खान, रफीक खान, जमशेद खान, चौधरी मुस्तफा ख्वाजा, मकबूल कुरैशी, इरफान पीरजी, अनीस अहमद, नफीस, सरफराज मलिक, गुलजार अंसारी, हाजी शाहबुद्दीन अंसारी, मुजम्मिल, तनवीर, शादाब आदि ने व्यवस्थाएं संभाली।
वहीं धनपुरा, घिससुपुरा सहित आसपास के अन्य गांवों से कलियर के लिये चादर लेकर जुलूस रवाना हुआ। यहां से नातियां कलाम और नारों के साथ जुलूस धनपुरा से बहादरपुर जट, सराय होता हुआ कलियर पहुंचा। जबकि रास्तेभर में सर्वधर्म के व्यक्तियों ने जुलूस का स्वागत किया। गांव जट्ट बहादुरपुर में शकील की ओर से लंगर लगाकर हलवा वितरण किया गया। इस दौरान नसीम अंसारी, हनीफ एडवोकेट, गुलशन, जुलकरनैन, डा. सुमन, कालू, सलीम प्रधान, गालिब प्रधान, आजम मियां, इमरान नजाकत, मुबारक अली, यूनुस आदि उपस्थित रहे।