प्रमाण पत्र बनाने को कैंप लगाया ग्रामीण नहीं दिखा रहे दिलचस्पी
प्रमाण पत्र न बनने की शिकायत पर डीएम ने एक्शन लेते हुए ग्रामीणों के लिए कैंप लगवाकर प्रमाण पत्र बनवाने शुरू कर दिए।
संवाद सूत्र, लालढांग : प्रमाण पत्र न बनने की शिकायत पर डीएम ने एक्शन लेते हुए ग्रामीणों के लिए कैंप लगवाकर प्रमाण पत्र बनवाने शुरू कर दिए। लेकिन, अब ग्रामीण इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। स्थिति यह है कि केवल 22 लोगों ने ही आवेदन किए हैं। वहीं, कम संख्या में आवेदन की वजह फिलहाल ग्रामीणों के धान की रोपाई में व्यस्त होना माना जा रहा है।
बीते 30 जून को जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने लालढांग में रैबार संस्था के हस्त निर्मित उत्पाद देखने गए थे। जिसके बाद जिलाधिकारी ने जनता की समस्याएं भी सुनी थीं। इस दौरान कई लोगों ने जाति-प्रमाण पत्रों सहित अन्य प्रमाण पत्र नहीं बनने की बात की थी। ग्रामीणों की इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने तहसीलदार आशीष घिल्डियाल को जल्द समस्या का समाधान करने को निर्देशित किया था। जिसके बाद लालढांग के पंचायत भवन में तहसीलदार ने दो दिन पहले कैंप लगाकर प्रमाण पत्र बनवाने की व्यवस्था शुरू की थी। जिसमें क्षेत्रीय लेखपाल को कैंप में ही रहकर प्रमाण पत्र के लिए आए आवेदनों पर तत्काल रिपोर्ट लगाने के लिए तैनात किया। ग्राम प्रधान लालढांग प्रताप सिंह लिगवाल ने बताया कि धान की रोपाई होने के बाद प्रमाण पत्र बनाने के काम में तेजी आ जाएगी। सीएससी संचालक नदीम अहमद ने बताया कि अभी तक 22 लोगों ने ही जाति प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया है। गुरुवार को एक भी आवेदन नहीं हो पाया है। कहा कि सीएससी सेंटर में पूर्व में भी प्रमाण-पत्र बनवाने की सुविधा उपलब्ध थी। जिन्होंने भी आवेदन किया था, उनके प्रमाण-पत्र दे दिए गए हैं।