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कैमरों ने दिखाई राह, तीन जिलों में ढूंढी गई लाल बाइक

ब्लाइंड मर्डर का राज खोलना पुलिस के लिए आसान नहीं था। डेढ़ हजार सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर शिवालिकनगर से फुटेज का पीछा करते-करते पुलिस खतौली तक जा पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 03:00 AM (IST)
कैमरों ने दिखाई राह, तीन जिलों में ढूंढी गई लाल बाइक
कैमरों ने दिखाई राह, तीन जिलों में ढूंढी गई लाल बाइक

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: ब्लाइंड मर्डर का राज खोलना पुलिस के लिए आसान नहीं था। डेढ़ हजार सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर शिवालिकनगर से फुटेज का पीछा करते-करते पुलिस खतौली तक जा पहुंची। शिवालिकनगर की एक फुटेज से सुराग हाथ लगने के बाद पुलिस ने तीन जिलों में लाल रंग की सीबीजेड बाइक की तलाश की। लाल रंग की सीबीजेड बाइक चलाने वाले 500 से ज्यादा व्यक्तियों से पुलिस ने पूछताछ की।

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किसी भी घटना का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस के लिए सबसे आसान कड़ी मोबाइल होती है। लेकिन, दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनों अपराधी पेशेवर होने के चलते उन्होंने मोबाइल फोन का इस्तेमाल ही नहीं किया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि सतेंद्र और विपिन ने खतौली में ही अपने मोबाइल बंद कर लिए थे। पकड़े जाने के डर से ही उन्होंने रिटायर्ड डीजीएम व उनकी पत्नी के मोबाइल नहीं लूटे। उन्हें पता था कि सर्विलांस की मदद से पुलिस उन्हें ढूंढ निकालेगी। बहरहाल, शिवालिकनगर से बहादराबाद व रुड़की होते हुए नारसन तक के सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर पुलिस को लाल रंग की बाइक मुजफ्फरनगर की ओर जाती नजर आई। फुटेज खंगालते-खंगालते पुलिस पुरकाजी, मुजफ्फरनगर होते हुए खतौली जा पहुंची। इससे आगे कैमरे चेक करने पर बाइक नजर नहीं आई। तब पुलिस को यकीन हो गया कि बदमाश खतौली के 10 किलोमीटर के दायरे में हो सकते हैं। तभी से पुलिस टीमें खतौली और मुजफ्फरनगर में डेरा डाले हुए थे।

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61 हजार में बेचे कुंडल व चांदी के गिलास

हरिद्वार: एसपी क्राइम आयुष अग्रवाल ने बताया कि घर से बदमाशों को सिर्फ आठ हजार की नकदी मिली थी। बीना अग्रवाल से लूटे गए सोने के कुंडल और चांदी के दो गिलास उन्होंने एक अंजान व्यक्ति को 61 हजार रुपये में बेचे थे। यह रकम दोनों से बरामद भी हो गई है। बंटवारा करने के बाद विपिन गन्ना समिति में अपनी ड्यूटी करने लगा। वहीं, सतेंद्र हरिद्वार आकर सलेमपुर में किराए के मकान में रहने लगा।

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पहले भी कर चुके हैं डबल मर्डर व लूट

हरिद्वार: सतेंद्र और विपिन इससे पहले भी डबल मर्डर और लूट को अंजाम दे चुके हैं। सतेंद्र ने साल 2015 में मुजफ्फरनगर के मीरापुर में अपने साथियों के साथ मिलकर एक ट्रक ड्राइवर व क्लीनर की हत्या कर लूटपाट की थी। जबकि विपिन ने 2016 में मेरठ के ब्रह्मपुरी में डबल मर्डर कर एक गाड़ी लूटी थी। दोनों की मुलाकात जेल में हुई थी। दोनों आरोपित जमानत पर जेल से बाहर चल रहे थे।

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शिवालिकनगर में दोहरानी थी वारदात

हरिद्वार: डबल मर्डर करने वालों को हरिद्वार की पुलिस सरगर्मी से ढूंढ रही है, यह जानते हुए भी सतेंद्र एक सप्ताह बाद हरिद्वार लौट आया और सलेमपुर में किराए पर कमरा ले लिया। इससे पुलिस मान रही है कि कुछ दिन तक अगर दोनों पुलिस के हत्थे न चढ़ते तो उनके हौंसले और ज्यादा बुलंद हो जाते। पुलिस इससे भी इनकार नहीं कर रही है कि दोनों अपराधी शिवालिकनगर में ही अकेले रहने वाले किसी और वरिष्ठ नागरिक को अपना निशाना बनाते।


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