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हिंदू सेवा मंडल जोधपुर ने 387 लावारिस शवों की अस्थियां गंगा में की विसर्जित

हरकी पैड़ी स्थित अस्थि विसर्जन घाट पर 387 लावारिस शवों की अस्थियां विधि विधान के साथ गंगा में विसर्जित की गई।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 08:51 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 08:51 PM (IST)
हिंदू सेवा मंडल जोधपुर ने 387 लावारिस शवों की अस्थियां गंगा में की विसर्जित
हिंदू सेवा मंडल जोधपुर ने 387 लावारिस शवों की अस्थियां गंगा में की विसर्जित

हरिद्वार, जेएनएन। श्री हिंदू सेवा मंडल जोधपुर की ओर से शुक्रवार को हरकी पैड़ी स्थित अस्थि विसर्जन घाट पर 387 लावारिस शवों की अस्थियां विधि विधान के साथ गंगा में विसर्जित की गई। 

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अस्थियां लेकर संस्था आए श्री हिंदू सेवा मंडल के सचिव विष्णुचंद्र प्रजापत ने बताया कि राजस्थान के जोधपुर जिले में 1925 में सेवा मंडल की स्थापना हुई थी। बीते 94 वर्ष से श्री हिंदू सेवा मंडल लावारिस, गरीब, असहाय लोगों का अंतिम संस्कार करा रहा है। प्रत्येक दो वर्ष में एक बार लावारिस शवों की अस्थियों को हरिद्वार लाकर गंगा में विसर्जित किया जाता है। 

प्रजापत ने बताया कि संस्था के प्रधान देवीलाल टांक, मंत्री कैलाश जाजू, कोषाध्यक्ष राकेश सुराणा, ताराचंद शर्मा, दिनेश कुमार रामावत, नरेंद्र सिंह गहलोत, गोविन्द सिंह राठौड़, लीला सैन सहित 21 कार्यकर्ताओं का दल 387 अस्थि कलश लेकर हरिद्वार पहुंचा और हरकी पैड़ी पर पूर्ण वैदिक विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अस्थियां गंगा में प्रवाहित की गयी। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में मान्यता है कि मृत्यु के पश्चात जब तक अस्थियां गंगा में प्रवाहित न की जाएं तब तक मृतक की आत्मा को मोक्ष प्राप्त नहीं होता। 

इसलिए श्री हिन्दू सेवा मंडल ने लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के साथ उनकी अस्थियों को गंगा की गोद में प्रवाहित करने का बीड़ा उठाया है। बताया कि प्रवाहित करने से पूर्व जोधपुर के सिवांची गेट स्थित श्री ङ्क्षहदू सेवा मंडल के स्वर्गाश्रम पर प्रबुद्ध लोगों ने अस्थि कलशों पर पुष्पांजलि अर्पित की। 

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