- अटल आयुष्मान का सर्वर डाउन, लोगों का हंगामा
जागरण संवाददाता, रुड़की : अटल आयुष्मान योजना के तहत नेहरू स्टेडियम में लगाए गए शिविरों पर
जागरण संवाददाता, रुड़की : अटल आयुष्मान योजना के तहत नेहरू स्टेडियम में लगाए गए शिविरों पर लोगों ने जमकर हंगामा किया। सर्व डाउन होने के कारण लोग अपने कार्ड तक नहीं बनवा पाये। अटल आयुष्मान योजना के तहत नेहरू स्टेडियम में शुक्रवार से ही शिविर लगने शुरू हो गये थे। लेकिन शनिवार सुबह सर्वर डाउन हो गया। काफी देर तक कार्ड नहीं बनने पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इससे यहां पर मौजूद लोगों के हाथ-पांव फूल गए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पने किसी तरह से लोगों को शांत किया। मुख्यमंत्री के नेहरू स्टेडियम में आने के बाद भी कुछ लोगों ने हंगामा किया। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से शांत किया। मंच से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कहा कि सर्वर डाउन होने की वजह से परेशानी हो रही है। पर्वतीय जिलों में भी यह परेशानी उठानी पड़ रही है।
मंच पर रही अव्यवस्था, जिला प्रभारी को करना पड़ा हस्तक्षेप
रुड़की: नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंच में अव्यवस्था काफी हावी रही। मंच से बार-बार संचालनकर्ता उनको नीचे उतारने के लिए कहते रहे। लेकिन मंच पर भीड़ बढ़ती ही चली गई। इसके बाद जिला प्रभारी विनय रोहिला ने मंच से घोषणा की कि जिन लोगों के नाम सूची में है केवल वह ही मंच पर बैठेंगे। दूसरे नहीं। इस बात को लेकर कई लोगों ने नाराजगी भी जताई। वहीं एक व्यक्ति सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए मंच के पास तक पहुंच गया। पूर्व प्रदेश महामंत्री के घर पहुंचे सीएम
रुड़की : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मकतूलपुरी स्थित भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री मयंक गुप्ता के आवास पर पहुंचे और उनका हालचाल जाना। भाजपा नेता मयंक गुप्ता को पिछले दिनों हार्टअटैक आ गया था। मुख्यमंत्री ने करीब पांच मिनट तक उनसे वार्ता की और फिर नेहरू स्टेडियम पहुंच गए। जब सेना के जवानों ने रोका झबरेड़ा विधायक को
रुड़की : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत के कार्यक्रम के लिए बीईजी एंड सेटर में हेलीपेड़ बनाया गया था। वापस जाते समय भाजपा के कई नेता मुख्यमंत्री को छोड़ने के लिए पहुंचे थे। यहां पर सेना की ओर से भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल दो बैग लेकर सीएम के हेलीकाफ्टर की ओर जाने लगे तो सेना के जवानों ने उन्हें रोक लिया। उनको बाद में जाने दिया।