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Coronavirus को हराना है तो आंवले का करें नियमित सेवन, जानिए और क्या हैं फायदे

आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि अपने विशेष औषधीय गुणों की वजह से आंवला कोरोना संक्रमण में भी विशेष फलदायी और गुणकारी है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 01:31 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 09:31 PM (IST)
Coronavirus को हराना है तो आंवले का करें नियमित सेवन, जानिए और क्या हैं फायदे
Coronavirus को हराना है तो आंवले का करें नियमित सेवन, जानिए और क्या हैं फायदे

हरिद्वार, जेएनएन। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री और आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि अपने विशेष औषधीय गुणों की वजह से आंवला कोरोना संक्रमण में भी विशेष फलदायी और गुणकारी है। इसके नियमित सेवन से मनुष्य पर वृद्धावस्था का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। रसायन द्रव्यों में सर्वश्रेष्ठ होने के कारण आयुर्वेद में इसे अमृतफल, धात्रीफल आदि नामों से पुकारा गया है। कहा कि अपने इन्हीं गुणों की वजह से आंवले को हमारे घरों में महत्वपूर्ण स्थान हासिल है।

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'दैनिक जागरण' से खास बातचीत में आचार्य बालकृष्ण के अनुसार सुश्रुत संहिता में अधोभागहर संशमन औषधियों में, पाचन संस्थान के अनेक रोगों और पाण्डुरोग में आंवला का विशेष उपयोग बताया गया है। महर्षि चरक ने भी इसके गुणों का विस्तृत वर्णन किया है। आंवला के प्रभाव और इसके इस्तेमाल से विभिन्न रोगों में होने वाले लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए आचार्य ने बताया कि आंवले के सेवन से कोरोना संक्रमण के खतरे को काफी कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी और अन्य तत्व शरीर को रोगमुक्त कर उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। आंवला वात, पित्त और कफ को संतुलित रखता है।

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि आंवला आंखों की रोशनी, मोतियाबिंद, पटलरोग और आई-फ्लू के इलाज में कारगर है। इसी तरह गले से संबंधित रोग दमा, हिचकी और उल्टी की भी यह रामबाण औषधि है। अम्ल पित्त, कब्ज, बवासीर और पीलिया के इलाज और आंतों और लीवर की मजबूती के लिए भी इसका इस्तेमाल मुफीद होता है। यही नहीं, स्त्रियों से संबंधित रोगों रक्त प्रदर और श्वेत प्रदर के साथ-साथ गठिया-वायु आदि में रोगों में भी आंवला बेहद गुणकारी है। वात, कफ, कुष्ठ रोग, खुजली आदि में भी आंवला हर तरह से लाभकारी है। इसका नियमित इस्तेमाल काया को निरोगी और व्यक्तित्व को चिरयौवन रखता है।

आंवले के सेवन से सेहत सुधार रहे दूनवासी

कोरोना वायरस बीमार और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को चपेट में ले रहा है। यही कारण है कि इन दिनों लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तरह-तरह की चीजें इस्तेमाल कर रहे हैं। आंवला भी एक ऐसा ही फल है जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभकर है। यही कारण है कि दून में आंवले और इसके उत्पादों की डिमांड खासी बढ़ गई है। डॉक्टरों के अनुसार विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बेहद मददगार होता है। 

विटामिन सी उन फलों में अधिक मात्र में होता है, जिनका स्वाद खट्टा हो। जैसे संतरा, मौसमी, स्ट्राबेरी, जामुन, नींबू व आंवला। इसे देखते हुए पिछले कुछ दिनों में दून में आंवले की खपत बढ़ गई है। पूर्व में यहां मंडी में महज 150 से 200 किलो आपूर्ति थी, लेकिन पिछले करीब दो सप्ताह से यह आपूर्ति डिमांड के अनुसार बढ़कर 250 से 300 किलो हो गई है। इसके अलावा आंवले का जूस, मुरब्बा और कैंडी की डिमांड भी खासी बढ़ी है।

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आंवला कैंडी की डिमांड

आंवला न मिल पाने पर दूनवासी आंवले की कैंडी को तवज्जो दे रहे हैं। जूस और मुरब्बा बच्चों को ज्यादा पसंद न आने के कारण कैंडी ही डिमांड में है। पटेलनगर के व्यापारी राजेंद्र सोढ़ी बताते हैं कि उनकी दुकान में आंवला कैंडी खूब बिक रही है। 10 रुपये से 50 रुपये तक के पैकेट में आ रही चटपटी कैंडी का उन्होंने बड़ी मात्र में स्टॉक मंगाया है। इसे बच्चे भी बड़े चाव से खाते हैं। 

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