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अमित शाह की दो टूक, कहा- मोदी के पीएम बनने से पहले एक परिवार तक सीमित रहा स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी के पीएम बनने से पहले स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास एक ही परिवार तक सीमित रहा। शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने भारतीय संस्कृति और आस्था के प्रतीकों को गौरवान्वित किया है। (फाइल फोटो)

By AgencyEdited By: Manish NegiPublished: Fri, 31 Mar 2023 08:29 AM (IST)Updated: Fri, 31 Mar 2023 08:29 AM (IST)
अमित शाह की दो टूक, कहा- मोदी के पीएम बनने से पहले एक परिवार तक सीमित रहा स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास
मोदी के पीएम बनने से पहले एक परिवार तक सीमित रहा स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास

हरिद्वार, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय संस्कृति और आस्था के प्रतीकों को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के पीएम बनने से पहले स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास सिर्फ एक ही परिवार तक सीमित था। नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर सरदार पटेल को अमर करने का काम किया है। उत्तराखंड के हरिद्वार में हुए एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने कहा, "पीएम मोदी ने पिछले नौ सालों में ब्रांड एंबेसडर बनकर भारत, भारतीयों और भारत के ज्ञान को दुनिया भर में सम्मान दिलाने का काम किया है।"

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दुनिया ने स्वीकारा पीएम मोदी का प्रस्ताव

शाह ने ये भी कहा कि मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में 27 दिसंबर 2014 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया था। तब पीएम ने कहा था कि हमारे पूर्वजों ने ऐसा ज्ञान प्राप्त किया था जो बिना किसी दवा के मानव शरीर को स्वस्थ रख सकता था। शाह ने कहा कि पूरी दुनिया ने पीएम मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार किया और आज दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

गृह मंत्री ने आगे कहा कि हमारे ऋषियों ने जो ज्ञान हासिल किया है, वो सिर्फ हमारे लिए नहीं, बल्कि पूरे ब्रह्मांड के कल्याण के लिए है। संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस की स्वीकृति पाकर प्रधानमंत्री मोदी ने योग विज्ञान पर हजारों साल के काम को आगे बढ़ाया और इस परंपरा को वैश्विक मंच दिया।

भारत को आगे ले जाने के लिए किए कई काम

शाह ने कहा, "पीएम मोदी ने भारत को हर क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए काफी काम किए हैं। पीएम मोदी दुनिया भर के विभिन्न स्थानों से मूर्तियों को वापस लेकर आए, जो गुलामी के दौरान भारत से चुराई गई थीं। उन मूर्तियों को भारत में उनके मूल स्थानों पर पुनर्स्थापित किया गया।" मुगलों के शासनकाल के दौरान हमारे धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के गौरव के कई प्रतीकों को नजरअंदाज कर दिया गया था। पीएम ने ऐसे सभी स्थानों का कायाकल्प किया है।

अमित शाह ने कहा कि बाबर के समय से राम मंदिर का मुद्दा अटका हुआ था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही प्रधानमंत्री ने भूमि पूजन किया। अगली रामनवमी में भगवान राम अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजेंगे। राम मंदिर हो, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का पुनर्निर्माण, केदारनाथ और बद्रीनाथ हो या गुजरात के सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण। पीएम मोदी ने भारतीय संस्कृति और आस्था के प्रतीकों को गौरवान्वित किया है।


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