कुंभ में एयर, बाइक और वाटर एंबुलेंस की मिलेगी सुविधा
हरिद्वार कुंभ में आवश्यकता पड़ने पर श्रद्धालुओं और संत-महात्माओं की स्वास्थ्य रक्षा के लिए एयर बाइक और वाटर एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
अनूप कुमार, हरिद्वार : हरिद्वार कुंभ में आवश्यकता पड़ने पर श्रद्धालुओं और संत-महात्माओं की स्वास्थ्य रक्षा के लिए एयर, बाइक और वाटर एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इस संबंध में हरिद्वार जिला प्रशासन ने शासन के माध्यम से सिविल एविएशन विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेज दिया है। वाटर एंबुलेंस संचालन के लिए मेले में तैनात जल पुलिस के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की टीम अपनी जिम्मेदारी निभाएगी। इसके अलावा मेला क्षेत्र में आठ बाइक एंबुलेंस भी तैनात की जाएंगी।
एयर एंबुलेंस सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने हरिद्वार के नजदीकी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के मेदांता, अपोलो और एस्कार्ट अस्पताल से संपर्क किया गया है। इसके अलावा दिल्ली व ऋषिकेश एम्स से भी बातचीत चल रही है। गंभीर मामलों में श्रद्धालुओं को हरिद्वार में जरूरी प्राथमिक उपचार देने के बाद एयर एंबुलेंस से हायर सेंटर ले जाया जा सकेगा। वाटर एंबुलेंस की तैनाती के पीछे मकसद है कि शाही स्नान सहित अन्य बड़े स्नान पर्व के दौरान सड़क पर काफी भीड़ होगी, तमाम मौकों पर सघन भीड़ वाले इलाकों में अधिकांश समय जाम की स्थिति बने रहने की आशंका है। ऐसे में एंबुलेंस से मरीज को चिकित्सा सहायता के लिए एक जगह से दूसरी जगह जे जाने में दिक्कतें आ सकती हैं। इसलिए विकल्प के तौर पर वाटर एंबुलेंस की सहायता ली जाएगी। ताकि आकस्मिक स्थिति में सड़क पर जाम का सामना किए बगैर ही मरीज को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सके। इसके अलावा आठ बाइक एंबुलेंस हरिद्वार स्वास्थ्य विभाग को मिल चुकी हैं और इनका सफल ट्रायल भी हो का है। यह सभी तरह की एंबुलेंस कुंभ मेला क्षेत्र में राउंड द क्लाक काम करेंगी।
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एयर एंबुलेंस के लिए शासन के माध्यम से सिविल एविएशन और स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजा गया है। वहां से स्वीकृति मिलते ही इस पर अमल शुरू कर दिया जाएगा। इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग की संबंधित अस्पताल प्रबंधकों से शुरुआती बातचीत हो चुकी है।
सी. रविशंकर, जिलाधिकारी, हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान वाटर और एयर एंबुलेंस का विकल्प भी रखा गया है। इसके लिए जो भी जरूरी कार्रवाई और व्यवस्थाएं की जानी है, इस पर काम चल रहा है। व्यवस्था का निर्धारण होते ही इस पर अमल शुरू कर दिया जाएगा।
दीपक रावत, कुंभ मेलाधिकारी, हरिद्वार