सदस्यता खत्म करने के मामले में दोनों एसो. फिर आमने-सामने
संवाद सूत्र, लक्सर: एडवोकेट एसोसिएशन लक्सर की ओर से पूर्व अध्यक्ष समेत दो अधिवक्ताओं की सदस्यता
संवाद सूत्र, लक्सर: एडवोकेट एसोसिएशन लक्सर की ओर से पूर्व अध्यक्ष समेत दो अधिवक्ताओं की सदस्यता समाप्त करने के बाद दोनों एसोसिएशन एक बार फिर आमने-सामने आ गई हैं। सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने दोनों अधिवक्ताओं के निष्कासन को अवैध करार देते हुए एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर भ्रष्टाचार समेत कई गंभीर आरोप लगाए।
एडवोकेट एसोसिएशन लक्सर की बैठक में बुधवार को एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सहदीप ¨सह व वरिष्ठ अधिवक्ता चौधरी भूप ¨सह पर एसोसिएशन के नियमों के विपरीत आचरण करने का आरोप लगाते हुए दोनों की सदस्यता समाप्त कर दी थी। दोनों पर जुर्माना भी लगाया गया था। गुरुवार को सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चौधरी राजेंद्र ¨सह ने प्रेस वार्ता करते हुए दोनों अधिवक्ताओं का बचाव किया। उन्होंने कहा कि तहसील में कुल 160 अधिवक्ता हैं। इनमें से 85 अधिवक्ता सिविल बार एसोसिएशन के सदस्य हैं। सहदीप ¨सह और चौधरी भूप ¨सह सिविल बार एसोसिएशन के सदस्य हैं। ऐसे में उनका एडवोकेट एसोसिएशन से निष्कासन किये जाने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है। वहीं, पूर्व अध्यक्ष सहदीप ¨सह ने कहा कि एडवोकेट एसोसिएशन भ्रष्टाचार में लिप्त है। रजिस्ट्रार कार्यालय में बैनामों पर भी अधिवक्ता कल्याण परिषद के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। इतना ही नही एडीजीसी का प्रशिक्षण लेने भवाली गए छह अधिवक्ताओं को एसोसिएशन के कोष से पिकनिक मनाने के लिए धन दिया गया। वरिष्ठ अधिवक्ता चौधरी भूप ¨सह ने कहा कि एसोसिएशन के दो अधिवक्ताओं द्वारा अपने ही एक क्लाइंट के बैग से चेक चोरी कर उसके ऊपर एनआइ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया। इस मुकदमे में वह आरोपित पक्ष की पैरवी कर रहे हैं। इस प्रकरण में उन्होंने उत्तराखंड बार काउंसिल को शिकायत भेजी गई थी। जिस पर कार्रवाई चल रही है। उनके ऊपर पैरवी नहीं करने तथा शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। इसी के चलते निष्कासन की कार्रवाई की गयी। जबकि वह एडवोकेट एसोसिएशन के सदस्य ही नहीं हैं। उधर एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष उदयपाल ¨सह पंवार ने कहा कि अनुशासनात्मक कार्रवाई के बाद गलत बयानबाजी की जा रही है।