हरिद्वार: मोबाइल लूटकर पीड़ित पर ही दर्ज करा दिया मुकदमा, ऐसे खुला मामला
हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र में मोबाइल लूट को अंजाम देने वाले शख्स ने पीड़ित के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने मामले की अच्छी तरह से छानबीन की तो हकीकत कुछ और ही निकली। फिलहाल पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। कनखल के जगजीतपुर निवासी दो दोस्तों ने एक किशोर को डरा-धमकाकर उससे मोबाइल लूट लिया। ईंट से हमला करने पर किशोर उनकी स्कूटी लेकर भाग निकला। इसके बाद दोनों ने बड़ी चतुराई से किशोर के खिलाफ स्कूटी चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया। उसी दौरान किशोर ने उनकी स्कूटी पथरी थाने में सौंप दी। छानबीन में स्कूटी चोरी की कहानी फर्जी पाए जाने और मोबाइल लूट सामने आने पर कनखल की पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक जगजीतपुर निवासी सचिन ने रविवार रात कनखल थाने में तहरीर देकर बताया कि वह अपने दोस्त गौरव राठी के साथ स्कूटी पर बहादराबाद से लौट रहा था। रास्ते में स्कूटी खड़ी कर दोनों लघु शंका करने लगे। दावा किया कि उसी दौरान एक युवक उनकी स्कूटी लेकर भाग गया और हड़बड़ाहट में उसका मोबाइल गिर गया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ स्कूटी चोरी का मुकदमा दर्ज किया और मोबाइल कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की। पड़ताल में पुलिस को पता चला कि रविवार रात में ही जट बहादरपुर निवासी एक किशोर ने एक स्कूटी पथरी थाने में जमा कराते हुए अपने साथ मोबाइल लूट की शिकायत की है। कनखल की पुलिस ने किशोर से सम्पर्क साधा तो पूरी कहानी ही बदल गई। स्कूटी चोरी की घटना फर्जी निकली। इंस्पेक्टर कनखल कमल कुमार लुंठी ने बताया कि सचिन और गौरव ने गुरुकुल कांगड़ी विवि के पास पैदल जा रहे किशोर से उसका मोबाइल लूट लिया था। विरोध करने पर दोनों उस पर ईंट से हमला करने वाले थे कि किशोर उनकी स्कूटी लेकर भाग गया और घर जाकर आपबीती बताने के बाद पथरी थाने में जाकर स्कूटी पुलिस को सौंप दी। बचने के लिए दोनों ने चुपचाप कनखल थाने में स्कूटी चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया।
इंस्पेक्टर कमल कुमार लुंठी ने बताया कि छानबीन में स्कूटी चोरी का मामला फर्जी पाए जाने और मोबाइल लूट की बात सामने आने पर सचिन निवासी जगजीतपुर कनखल और गौरव राठी निवासी दुदैड़ी मंसूरपुर जिला मुजफ्फरनगर हाल निवासी कनखल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस टीम में एसएसआइ राजेंद्र रावत, उपनिरीक्षक शंभू सिंह सजवाण, कांस्टेबल दीवान सिंह और दीपक चौधरी शामिल रहे।
....तो बेगुनाह होकर भी जेल चला जाता किशोर
पुलिस का किशोर से संपर्क होने के बाद ही सचिन और गौरव ने पुलिस को गुमराह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और अपनी बात पर अड़े रहे। जांच में सामने आया कि सचिन और गौरव राठी रानीपुर झाल से शराब पीकर घर लौट रहे थे। उन्होंने खुद को पुलिसकर्मी बताकर अकेले गुजर रहे किशोर को डराया धमकाया और मोबाइल लूट लिया। उस दौरान दोनों ने स्कूटी में चाबी लगी छोड़ी हुई थी। हमले से बचने के लिए किशोर स्कूटी स्टार्ट कर भाग निकला। किशोर व उसके परिवार ने सजगता दिखाई और रात में ही स्कूटी लेकर पथरी थाने पहुंच गए। एसएसआइ राजेंद्र रावत ने बताया कि आरोपित गौरव राठी चेन लूट के मामले में पहले भी जेल जा चुका है।
यह भी पढ़ें- देहरादून: पुलिस के हत्थे चढ़े तीन नशा तस्कर, गांजा और चरस बरामद; मुकदमा दर्ज
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें