देश को आज फिर से एक गांधी की आवश्यकता
अगस्त क्रांति की 78वीं वर्षगांठ पर राजनीतिक और श्रमिक संगठनों ने जिले में जगह-जगह प्रदर्शन कर सरकार की नीतियों की आलोचना की।
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: अगस्त क्रांति की 78वीं वर्षगांठ पर राजनीतिक और श्रमिक संगठनों ने जिले में जगह-जगह प्रदर्शन कर सरकार की नीतियों की आलोचना की। वक्ताओं ने कहा कि श्रमिकों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महानगर कांग्रेस कमेटी की ओर से भगत सिंह चौक स्थित गांधी पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। प्रदेश महासचिव डॉ. संजय पालीवाल ने कहा कि नौ अगस्त का दिन एक ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था। महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि 78 वर्ष पूर्व नौ अगस्त को महात्मा गांधी की प्रेरणा से शुरू हुए जन आंदोलन के सामने अंग्रेजों को झुकना पड़ा और 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ। पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि आज देश को फिर से एक गांधी की आवश्यकता है। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष यशवंत सैनी, शुभम अग्रवाल, रवि कश्यप, शैलेंद्र एडवोकेट, गुलबीर सिंह, महेश प्रताप राणा, बीना कपूर आदि मौजूद रहे। वहीं, कांग्रेस सेवादल ने भेल गेट से लेकर भगत सिंह चौक तक पैदल मार्च निकालकर देश को आजादी दिलाने वालों याद किया। प्रदेश अध्यक्ष राजेश रस्तोगी ने कहा कि जिस प्रकार अंग्रेज सरकार देश की जनता का शोषण करती थी, ठीक उसी प्रकार से आज केंद्र व प्रदेश की सरकार जनता का शोषण कर रही है। जिसके विरुद्ध कांग्रेसियों को मिलकर लड़ना होगा। इस मौके पर सतीश कुमार, सत्यनारायण शर्मा, बीना कपूर, नितिन कौशिक, मोनिक धवन आदि मौजूद रहे। वहीं, युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रोजगार दो मुहिम का आगाज किया। जिसमें कार्यकारी जिला अध्यक्ष रवि बहादुर के नेतृत्व में पौधारोपण कर केंद्र व राज्य सरकार से बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की मांग भी की गई। इस मौके पर अनिल भास्कर, नीतू बिष्ट, नितिन तेश्वर, शहनवाज, नासीर गौड़ आदि मौजूद रहे। सरकार की गलत नीतियों से मजदूरों के अस्तित्व पर संकट
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: केंद्रीय श्रम संगठनों के आह्वान पर भेल मजदूर कल्याण परिषद के कार्यकर्ताओं ने महामंत्री राजबीर चौहान के नेतृत्व में केंद्र सरकार के खिलाफ शिवालिकनगर चौक पर प्रदर्शन किया। महामंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों में विनिवेशीकरण, निजीकरण नीति, श्रम कानूनों में किए जा रहे संशोधनों, मजदूरों की छंटनी, लगातार कम होते रोजगार के अवसर तथा बढ़ती बेरोजगारी से देश का युवा हताश और निराश है। केंद्र सरकार की गलत नीतियों के चलते मजदूरों के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है। इस मौके पर मंजूर खान, मुकुल राय, राजेंद्र कुमार, अश्विनी चौहान आदि मौजूद रहे। उधर, केंद्रीय ट्रेड के आह्वान पर देश बचाओ दिवस के रूप में भेल मजदूर ट्रेड यूनियन, भेल यूनाइटेड कर्मचारी मंच इंकलाबी मजदूर केंद्र, फूड्स श्रमिक संगठन आदि संगठनों ने भेल के सेक्टर पांच बीयूकेएम कार्यालय पर विचार गोष्ठी एवं जुलूस निकालकर केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया। भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के महामंत्री अवधेश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार और उसका चाटुकार प्रबंधन बीएचईएल जैसे महारत्न सार्वजनिक उपक्रम के कर्मचारियों के अधिकारों पर कोरोना वायरस एवं लॉक डाउन के बहाने पचास प्रतिशत पर्क्स कटौती, डीए, कैंटीन सब्सिडी व ट्रैवलिग, एलाउंस सब्सिडी में कटौती, बोनस की किस्त कटौती, नाइट अलाउंस में कटौती कर शोषण कर रही है, लेकिन कर्मचारी इसका हर स्तर तक विरोध करेंगे। इस मौके पर पंकज कुमार, रितेश, नीशू, अरविद, सत्यवीर आदि मौजूद रहे। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए
सीटू व अखिल भारतीय किसान सभा ने सरकार पर मजदूरों व किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए भेल स्थित सीटू कार्यालय प्रांगण में धरना प्रदर्शन किया। सीटू जिला उपाध्यक्ष आरसी धीमान ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में केंद्र व राज्य सरकार श्रम कानूनों में संशोधन कर श्रमिकों हितों पर कुठाराघात कर रही है। कहा कि सरकार बढ़ती महंगाई पर रोक लगाए और सार्वभौमिक राशन प्रणाली लागू कर आवश्यक वस्तुओं के निर्यात पर रोक लगाए तथा सभी के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करे। किसानों के हितों के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए। इस मौके पर आरपी जखमोला, इमरत सिंह, उदयबीर सिंह, डीपी रतूड़ी, गौरव धीमान, रोबिन आदि मौजूद रहे।