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Uttarakhand Lockdown: हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाटों में लॉकडाउन तक अस्थि विसर्जन पर रोक

हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाटों में अस्थि विसर्जन पर रोक लगा दी गई है। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि लॉकडाउन अवधि तक यह रोक जारी रहे।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 07:52 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 09:50 PM (IST)
Uttarakhand Lockdown: हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाटों में लॉकडाउन तक अस्थि विसर्जन पर रोक
Uttarakhand Lockdown: हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाटों में लॉकडाउन तक अस्थि विसर्जन पर रोक

हरिद्वार, जेएनएन। हरिद्वार में हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाटों में अस्थि विसर्जन पर रोक लगा दी गई है। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि लॉकडाउन अवधि तक यह रोक जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं।  श्रीगंगा सभा ने रोक का समर्थन करते हुए अपील की कि लोग फिलहाल तीर्थयात्रा या कर्मकांड के निमित्त हरिद्वार न आएं।

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जनता कफ्र्यू के बाद उत्तराखंड में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था। हालांकि इसके बाद गंगा घाटों पर कर्मकांड कराने वालों की संख्या में कमी आई, बावजूद इसके कुछ लोग अब भी घाटों पर पहुंच रहे थे। एसएसपी के मुताबिक इनमें दूसरे राज्यों के ऐसे लोग भी शामिल हैं जिनके पास अनुमति पत्र हैं।

उन्होंने कहा कि कोराना के संक्रमण को देखते हुए फैसला किया गया कि गंगा घाटों पर अस्थि विसर्जन और कर्मकांड पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा कि यह रोक हरिद्वार जिले के लोगों पर भी लागू होगी। हालांकि अंतिम संस्कार के लिए पहले दी गई व्यवस्था जारी रहेगी। अंतिम संस्कार में दस से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे और उन्हें शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करना होगा।

दूसरी ओर श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष प्रवीण झा और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने हरिद्वार में अस्थि विसर्जन पर रोक के निर्णय का समर्थन किया। उन्होंने श्रीगंगा सभा के सदस्यों-कर्मियों सहित तीर्थ पुरोहितों से आह़्वान किया कि पुलिस और प्रशासन द्वारा दी जा रही व्यवस्थाओं का पालन करें।

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