अब डेयरी व मत्स्य पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड
बसंत कुमार हरिद्वार किसानों की तर्ज पर अब डेयरी व मत्स्य पालकों समेत बकरी पालन और मुर्गी
बसंत कुमार, हरिद्वार: किसानों की तर्ज पर अब डेयरी व मत्स्य पालकों समेत बकरी पालन और मुर्गी पालकों को भी केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) बनेंगे, जिससे सरकार की ओर से उन्हें बैंकों से सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे किसानों की तरह यह लोग भी केसीसी योजना का लाभ उठाकर अपनी आय बढ़ा सकें।
हरिद्वार जिले में अधिकांश लोग मत्स्य पालन करते हैं, लेकिन मत्स्य पालक वर्ग अधिकांश गरीब तबके के लोग होते हैं। यही वजह है कि सरकार की तरफ से ग्राम पंचायत के तालाब इन्हें पट्टों पर दिए जाते हैं, लेकिन कई बार धन के अभाव में यह वर्ग मत्स्य पालन भी समय और अच्छे ढंग से नहीं कर पाता। इसको देखते हुए सरकार ने मत्स्य पालकों को दो लाख 29 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से किसानों के जैसे किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर दिए। जिससे उन्हें बैंकों से सस्ती दरों पर ऋण मिल सकेगा।
इसके अलावा डेयरी चलाने वाले पशुपालकों को 35 हजार रुपये प्रति पशु लोन भी दिया जाएगा। वहीं भेड़, बकरी पालन करने वालों को भी बीस हजार प्रति पशु और मुर्गी पालन के लिए 35 हजार रुपये प्रति यूनिट दिया जाएगा। मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड मिलने से उनकी आर्थिकी समस्या दूर हो जाएगी। मत्स्य पालकों को छह माह के लिए ऋण दिया जाएगा। इसके बाद वह लिए गए ऋण को जमा करने के बाद फिर से बारी-बारी से लोन लेते रहेंगे।