टूटी उम्मीदें, दूसरी नीलामी में भी नहीं पहुंचे खरीददार
इकबालपुर चीनी मिल से जुड़े 22 हजार किसानों की उम्मीदें एक बार फिर टूट गई हैं। उच न्यायालय के आदेश पर दूसरी बार बुलाई गई बोली कमेटी की बैठक में कोई खरीददार नहीं पहुंचा। इससे किसानों का 217 करोड़ रुपये का भुगतान अटक गया है। किसानों को अब उच न्यायालय से ही उम्मीद है। न्यायालय में मंगलवार को मामले की सुनवाई होनी है।
संवाद सूत्र, भगवानपुर: इकबालपुर चीनी मिल से जुड़े 22 हजार किसानों की उम्मीदें एक बार फिर टूट गई हैं। उच्च न्यायालय के आदेश पर दूसरी बार बुलाई गई बोली कमेटी की बैठक में कोई खरीददार नहीं पहुंचा। इससे किसानों का 217 करोड़ रुपये का भुगतान अटक गया है। किसानों को अब उच्च न्यायालय से ही उम्मीद है। न्यायालय में मंगलवार को मामले की सुनवाई होनी है।
इकबालपुर चीनी मिल पर पेराई सत्र 2017-18, 2018-19 का 217 करोड़ रुपये बकाया है। इसे लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। मामला उच्च न्यायालय में पहुंचा तो न्यायालय ने कड़ी फटकार लगाई। मामले में न्यायालय ने दोनों पेराई सत्र की चीनी को नीलाम कर एक खाते में भुगतान जमा करने को कहा था। प्रशासन की ओर से पहले तो तीन फरवरी को नीलामी की तारीख तय की गई। लेकिन, उस दिन कोई नहीं पहुंचा। इसके बाद फिर से 10 फरवरी को बोली की प्रक्रिया शुरू की गई। एडीएम केके मिश्रा, एसडीएम संतोष कुमार पांडे और सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह की देखरेख में नीलामी प्रक्रिया शुरू हुई। कोई भी खरीददार चीनी खरीदने नहीं पहुंचा। इसकी वजह से चीनी की नीलामी नहीं हो सकी। किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह ने बताया कि प्रशासन की नाकामी और चीनी मिल की मिलीभगत के कारण ऐसा हो रहा है। अब तो न्यायालय से ही उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पिछले दो पेराई सत्र के अलावा मौजूदा पेराई सत्र के भुगतान में भी दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है। किसानों को आठ दिन का ही गन्ने का भुगतान मिला है।