किसान संगठनों की सक्रियता से बढ़ी प्रशासन की मुश्किल
जागरण संवाददाता रुड़की गन्ना भुगतान की समस्या को लेकर लगातार टालने वाली स्थिति बनी है। बै
जागरण संवाददाता, रुड़की: गन्ना भुगतान की समस्या को लेकर लगातार टालने वाली स्थिति बनी है। बैठक, नोटिस एवं वार्ता से कोई हल ना निकलता देख किसान संगठनों ने अब आरपार की लड़ाई का ऐलान किया है। ऐसे में प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है। प्रशासन की नजर फिलहाल 19 अगस्त होने वाली भाकियू की पंचायत पर है।
भिश्तीपुर, अकबरपुर समेत चार गांव के किसान भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। भाकियू की ओर से प्रशासन को 15 अगस्त तक का समय दिया था। 15 अगस्त की तारीख बीत गई लेकिन इन किसानों की समस्या हल नहीं हो सकी। इसके चलते किसानों ने भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में 19 अगस्त को महापंचायत का ऐलान किया है। महापंचायत के लिए किसान लगातार संपर्क साध रहे हैं। गांव दर गांव बैठक आयोजित की जा रही है। इसके अलावा उत्तराखंड किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि यदि जल्द गन्ने का भुगतान नहीं होता है तो किसान रेल रोकेंगे। इसको लेकर मोर्चा की ओर से 20 अगस्त को एक बैठक बुलाई है। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि अब तो आरपार की लड़ाई ही लड़ी जाएगी। वहीं किसान क्लब की ओर से भी आंदोलन के लिए जन संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह ने बताया कि बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर गांव दर गांव जन संपर्क किया जा रहा है। गन्ने का भुगतान न होने पर 25 अगस्त को निर्णायक आंदोलन किया जाएगा। भाकियू अंबावत गुट के प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह चौधरी ने बताया कि यूनियन की ओर से भी आंदोलन की तैयारी की जा रही है। वहीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल ने बताया कि किसानों की समस्या को लेकर लगातार संपर्क किया जा रहा है। किसानों की समस्याओं को हल कराने का प्रयास किया जा रहा है।