.कांवड़ यात्रा में लापरवाही पड़ सकती है भारी
जागरण संवाददाता रुड़की रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी के बाद लगाए गए डोर फ्रेम
जागरण संवाददाता, रुड़की: रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी के बाद लगाए गए डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) सुरक्षा की पोल खोल रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के लिए तीन पुराने और खराब डीएफएमडी लगाए गए हैं। जो बिजली गायब होने के बाद तुरंत ही काम करना बंद कर देते हैं। ऐसे में कांवड़ यात्रा के दौरान यह लापरवाही भारी पड़ सकती है।
करीब डेढ़ माह पूर्व रुड़की रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। यह धमकी एक पत्र के माध्यम से दी गई थी। धमकी मिलने के बाद पुलिस और खुफिया विभाग हरकत में आए थे। कांवड़ यात्रा से पहले इस तरह की धमकी मिलने पर पुलिस प्रशासन ने गंभीरता दिखाई थी। कांवड़ यात्रा को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर संदिग्धों पर नजर रखने के लिए कुछ दिन पहले डीएफएमडी लगाए गए थे, लेकिन इसे लापरवाही ही कहा जाएगा कि पुराने और खराब डीएफएमडी यहां पर भेज दिए गए हैं। ऐसे में ये सही तरह से काम नहीं कर रहे हैं। इन डीएफएमडी का बैटरी बैकअप ठीक नहीं है। जिसके चलते बिजली गुल हो जाने पर यह काम करना बंद कर देते हैं। ऐसे में इस तरह की लापरवाही कांवड़ यात्रा में भारी पड़ सकती हैं। जबकि रुड़की पहले ही आतंकी निशाने पर रहा है। रुड़की क्षेत्र में जनवरी 2016 में आइएसआइएस के संपर्क में रहने वाले लंढौरा क्षेत्र के चार संदिग्ध आतंकी पकड़े गए थे। जिन्हें अर्द्धकुंभ के दौरान किसी ट्रेन में धमाका करना था। इन तरह के मामले सामने आने के बाद भी पुलिस सबक लेने को तैयार नहीं है। वहीं, रेलवे स्टेशन पर अभी तक कैमरे नहीं लगे हैं। ऐसे में कांवड़ यात्रा में संदिग्धों पर नजर रखना पुलिस के लिए चुनौती बनेगा। इस बारे में रुड़की के जीआरपी प्रभारी अमित कुमार का कहना है की डीएफएमडी पुराने हैं। इन्हें वापस भेजा जा रहा है। इनकी जगह नये डीएफएमडी लगाए जाएंगे।