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संस्कृत शिक्षाविदों पर मुकदमे से बिफरा मातृसदन

जागरण संवाददाता हरिद्वार उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सहित संस्कृत शिक्षाि

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 09:10 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 09:10 PM (IST)
संस्कृत शिक्षाविदों पर मुकदमे से बिफरा मातृसदन
संस्कृत शिक्षाविदों पर मुकदमे से बिफरा मातृसदन

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सहित संस्कृत शिक्षाविदें के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे पर मातृसदन ने कड़ी आपत्ति जताई है। आध्यात्मिक संस्था ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों पर सत्ता पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने अविलंब मुकदमे रद्द करने और शिकायतकर्ता पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने के आरोप में केस दर्ज करने की मांग की है।

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अवधूत मंडल आश्रम के स्वामी रुपेंद्र प्रकाश ने तीन दिन पहले उत्तराखंड संस्कृत विवि के पूर्व कुलपति डॉ. महावीर अग्रवाल, भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भोला झा आदि के खिलाफ ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें कूटरचना व षड़यंत्र कर अवधूत मंडल आश्रम की संपत्ति कब्जाने का आरोप है। इस मामले में मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि धर्मनगरी भू-माफिया के चंगुल में है। लेकिन सत्ताधारी पार्टी और धर्म का तथाकथित ठेकेदार बनने वाली संस्था अब संस्कृत विद्यालयों, अखाड़ों, आश्रमों पर भी कब्जा करना चाहती है। एक मात्र संस्कृत महाविद्यालय, जो पूरे उत्तराखंड का सिरमौर है, उसे नष्ट करने का ठेका संघ व भाजपा नेताओं ने लिया है। उन्होंने कहा कि जब हमें मारने का षड़यंत्र होता है, तब लिखित में सूचना के बावजूद पुलिस के पास जांच का समय नहीं होता। जब खनन होता है, सूचना दी जाती है तो कहा जाता है कि पुलिस का नहीं राजस्व का काम है। लेकिन खारिज की जा चुकी शिकायत पर गणमान्य लोगों पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज लेती है। संस्कृत विद्वानों का पूरे विश्व में सम्मान किया जाता है, लेकिन हरिद्वार का पुलिस प्रशासन संस्कृत विद्वानों का अपमान व संस्कृत विद्यालय को बदनाम करने पर तुला है। आलीशान होटल बनाने के लिए षड़यंत्र

हरिद्वार : स्वामी शिवानंद ने तत्कालीन एसडीएम मनीष सिंह पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि आरएसएस के दबाव में रिसीवर हटाने का फैसला सुनाया। जिस व्यक्ति के पक्ष में फैसला सुनाया है, वह व्यक्ति संस्कृत के विद्वान व शिक्षकों को निशाना बनाकर संस्कृत विद्यालय को नष्ट कराना चाहता है। स्वामी शिवानंद ने कहा कि संस्कृत विद्यालय की जगह आलीशान होटल बनाने के लिए पूरी साजिश रची गई है। विद्यालय ऐसी जगह पर है, जहां शानदार होटल बनाकर मोटी कमाई की जा सकती है। आरोप लगाया कि इस साजिश में पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों का भी हाथ है। कहा कि जो साधु जमीन के लिए लड़ता हो, वह संत कैसे हो सकता है।

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