अस्पताल ने शुरू की लेबर रूम केस शीट टूल किट
संवाद सहयोगी, रुड़की: मातृ व शिशु मृत्यु दर कम करने और उन्हें अच्छी एवं गुणवत्तापूर्ण स्वा
संवाद सहयोगी, रुड़की: मातृ व शिशु मृत्यु दर कम करने और उन्हें अच्छी एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए सिविल अस्पताल रुड़की ने Þलेबर रूम केस-शीट टूल किट शुरू की है। सिविल अस्पताल रुड़की लेबर रूम केस-शीट टूल किट शुरू करने वाला प्रदेश का पहला अस्पताल है। अस्पताल का दावा है कि इससे मातृ और शिशु को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत ने लेबर रूम केस-शीट टूल किट का लोकार्पण किया था।
सिविल अस्पताल रुड़की में हर माह औसतन डेढ़ से अधिक गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी होती है। यही वजह है कि अस्पताल प्रशासन मातृ और शिशु को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को प्रयास कर रहा है। इसके चलते सिविल अस्पताल रुड़की ने लेबर रूम केस-शीट टूल किट शुरू किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ¨सह रावत ने शनिवार को अस्पताल की इस पहल की सराहना करते हुए लेबर रूम केस-शीट टूल किट का लोकार्पण किया। अस्पताल के सीएमएस डॉ. डीके चक्रपाणि ने बताया कि सिविल अस्पताल रुड़की प्रदेश का पहला अस्पताल है, जिसने इसे शुरू किया है। उन्होंने बताया कि Þलेबर रूम केस-शीट टूल किट के तहत गर्भवती के अस्पताल में भर्ती होने, नवजात के जन्म देने और उन दोनों के डिस्चार्ज होने तक की पूरी डिटेल लिखी जाएगी। इसमें महिला और नवजात से जुड़ी सारी बातें लिखी जाती है। उनको क्या ट्रीटमेंट दिया गया है। उनको क्या ट्रीटमेंट दिया जाना था। किस चिकित्सा सुविधा का अभाव रहा। यदि दुर्भाग्यवश डिलीवरी या उसके बाद नवजात या महिला की मृत्यु हुई है तो उसके सारे कारण विस्तार से दिए जाने हैं। ताकि इन केस के आधार पर सुविधाओं में और सुधार हो सके। इससे अस्पताल को कमियों का भी पता चल सकेगा। उसके में सुधार को प्रयास होंगे। जिससे मातृ और शिशु को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। चिकित्सकों को भी इससे काफी मदद मिलेगी। सिविल अस्पताल में जन्म लेने वाले नवजातों का ब्योरा
माह (2018)-नवजात
अप्रैल-134
मई-120
जून-136
जुलाई-187
अगस्त-197
सितंबर-201
अक्टूबर-142
नवंबर-131
दिसंबर-98